अब यमुना के साफ पानी में छठ मनाएंगे दिल्लीवासी, हरियाणा ने छोड़ा हथनी कुंड बैराज से अधिक पानी
यमुना में छठ पूजा की अनुमति के बाद, हरियाणा सरकार के सहयोग से यमुना में साफ पानी सुनिश्चित किया जा रहा है। हथनी कुंड बैराज से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है ताकि प्रदूषण कम हो। कालिंदी कुंज में झाग की समस्या से निपटने के लिए रसायन का छिड़काव किया जा रहा है। दिल्ली सरकार यमुना किनारे 17 छठ पूजा घाट बना रही है, और मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को तैयारियों की जानकारी दी।
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अब यमुना के साफ पानी में छठ करेंगे दिल्लीवासी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। यमुना में छठ मनाने पर प्रतिबंध हटाने के बाद साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने की चुनौती है। हरियाणा सरकार के सहयोग से इस समस्या का समाधान किया जा रहा है। श्रद्धालु साफ पानी में सूर्य भगवान को अर्घ्य दे सकें, इसके लिए हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथनी कुंड बैराज से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे नदी में प्रदूषण का स्तर कम होने की उम्मीद है। कालिंदी कुंज के पास झाग की समस्या के समाधान के लिए रसायन का छिड़काव भी किया जा रहा है
भाजपा ने यमुना की सफाई के साथ ही छठ पूजा के आयोजन पर रोक हटाने का वादा किया था। 17 अप्रैल को यमुना सफाई को लेकर हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी यमुना किनारे छठ पूजा के आयोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। इसे ध्यान में रखकर दिल्ली सरकार तैयारी कर रही है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर दिल्ली में चल रहे विकास कार्य और छठ पूजा के आयोजन की जानकारी दी थी। नदी के किनारे 17 स्थानों पर छठ पूजा घाट बनाए गए गए हैं। वहीं, पिछले तीन दिनों से हथनी कुंड बैराज से पूर्वी व पश्चिमी यमुना नहर का पानी रोककर यमुना नदी में डाला जा रहा है।
केंद्रीय जल आयोग की वेबसाइट के अनुसार 20 अक्टूबर व उससे पहले नदी में प्रति घंटे लगभग चार सौ क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। वहीं, सोमवार को तीन हजार से लेकर साढ़े चार हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। मंगलवार को बढ़कर यह सात हजार से लेकर 10 हजार क्यूसेक से अधिक हो गया। बुधवार को भी अधिकतम नौ हजार क्यूसेक और बृहस्पतिवार को भी 65 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया। एक क्यूसेक प्रति सेकंड एक घन फुट पानी के प्रवाह को मापता है जो लगभग 28.31 लीट प्रति सेकंड होता है।
दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि यमुना में पानी का प्रवाह बढ़ने से इसे साफ रखने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही कालिंदी कुंज पर झाग की समस्या दूर करने के लिए 12 नावों से रसायन का छिड़काव किया जा रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा यमुना की सफाई के लिए उठाए गए कदम और अधिक वर्षा होने से भी पिछले वर्षों की तुलना में नदी के प्रदूषण में कमी आई है।
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