भारत मंडपम में होगा वन महोत्सव-2025, जानिए इस बार क्या है खास
इस साल वन महोत्सव 3 जुलाई को भारत मंडपम में शुरू होगा। इसका मुख्य लक्ष्य दिल्ली में 70 लाख पौधे लगाना है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से जन आंदोलन बनाया जा रहा है। यह केवल वृक्षारोपण कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रकृति से जुड़ाव का उत्सव है। महोत्सव में पौधों की विशेष प्रदर्शनी होगी और पूरे जुलाई महीने में "मां के नाम" पर पौधारोपण किया जाएगा, जिसमें विभिन्न हस्तियां और दिल्लीवासी भाग लेंगे।

भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा वन महोत्सव-2025
राज्य ब्यूरो,नई दिल्ली: इस साल वन महोत्सव की शुरुआत तीन जुलाई को भारत मंडपम में होगी। इसके उद्घाटन समारोह में विशिष्ट हस्तियों समेत पर्यावरणविद, उद्योगपति, विद्यार्थी एवं बड़ी संख्या में दिल्लीवासी भी शामिल होंगे।
वन महोत्सव के दौरान पेड़-पौधों की एक विशेष और अनोखी प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा, जहां विदेशी, सजावटी, औषधीय पौधे के साथ-साथ प्लास्टिक के विकल्प, बागवानी उपकरण आदि के 50 से अधिक स्टाल होंगे।
इस वर्ष दिल्ली में 70 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
वहां से लोग अपने घरों के लिए पौधे ले जा सकेंगे। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “वन महोत्सव केवल पेड़ लगाने का कार्यक्रम नहीं है, यह दिल्ली के लोगों की प्रकृति से आत्मीयता का उत्सव है।
इस साल दिल्ली सरकार की ओर से 70 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से हम इसे जन आंदोलन बना रहे हैं।
वन महोत्सव 2025 की प्रमुख विशेषताएं
- 3 जुलाई को उद्घाटन समारोह: भारत मंडपम में उद्घाटन के साथ बायोडिग्रेडेबल उत्पादों, पर्यावरण अनुकूल नवाचार और स्कूली बच्चों की ईको-क्लब प्रस्तुतियां होंगी।
- 1 से 31 जुलाई तक प्रतिदिन पौधारोपण: हर दिन किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, विज्ञानी, खिलाड़ी, समाज सेवा से जुड़े विशिष्ट लोगों द्वारा अपनी मां के नाम पर पौधा लगाया जाएगा। साथ ही दिल्ली वासियों को अधिकाधिक पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- विधानसभा स्तर पर पौधारोपण : हर विधानसभा में विधायक, पार्षद, नागरिक समूह और आम लोग मिल कर पौधे लगाएंगे। वन विभाग की टीमें निगरानी और समन्वय करेंगी।
- जनजागरूकता और संवाद : हर पौधे पर लगेंगी “मां के नाम” पट्टिकाएं। साथ ही, इंटरनेट मीडिया और इंटरैक्टिव स्टोरी टेलिंग के जरिये अभियान को जन आंदोलन बनाया जाएगा।
- विभागीय समन्वय : एनडीएमसी, एमसीडी, डीडीए, दिल्ली पुलिस, शिक्षा, सूचना और नगरीय विकास विभाग के साथ मिलकर इस अभियान को सुचारु रूप से चलाया जाएगा।
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