अब कक्षाओं में पढ़ाया जाएगा तंबाकू के दुष्प्रभाव का पाठ !
सेहत पर तंबाकू के दुष्प्रभाव और उससे बढ़ते खतरों के मद्देनजर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से सिफारिश की है कि स्कूली बच्चों को तंबाकू के बारे में पढ़ाया जाए। ताकि बच्चे तंबाकू के दुष्प्रभावों को जान सकें। इसके लिए तंबाकू के दुष्प्रभाव को
नई दिल्&भ्ख्द्भ;ली रणविजय सिंह । सेहत पर तंबाकू के दुष्प्रभाव और उससे बढ़ते खतरों के मद्देनजर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से सिफारिश की है कि स्कूली बच्चों को तंबाकू के बारे में पढ़ाया जाए। ताकि बच्चे तंबाकू के दुष्प्रभावों को जान सकें। इसके लिए तंबाकू के दुष्प्रभाव को सीबीएसई के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। यदि सीबीएसई ने स्वास्थ्य विभाग की सिफारिशों को गंभीरता से लिया और इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया तो स्कूलों में बच्चों को तंबाकू से बचने का पाठ पढ़ाया जाएगा।
इससे आने वाला भविष्य तंबाकू के दुष्प्रभाव से सुरक्षित होगा। स्वास्थ्य विभाग के दिल्ली राज्य तंबाकू नियंत्रण सेल के प्रभारी व अतिरिक्त निदेशक डॉ. एसके अरोड़ा ने कहा कि 90 फीसद लोगों में मुंह का कैंसर तंबाकू के सेवन के चलते होता है। इसके अलावा सभी तरह के 40 फीसद कैंसर की बीमारी तंबाकू के सेवन के चलते होती है। इसलिए कैंसर की जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है।
इस तथ्य को ध्यान में रखकर सीबीएसई को इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए तीन बार चिठ्ठी लिखी जा चुकी है। पहले दिसम्बर 2014, फिर जनवरी 2015 और अब तीन दिन पहले सीबीएसई को खत लिखकर यह अनुशंसा की गई है कि छठवीं से 12वीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में एक चैप्टर शामिल किया जाए, जिसमें छात्रों को तंबाकू और उसके प्रभाव के बारे में पढ़ाया जाए। इससे तंबाकू के बारे में पढ़ाने वाले शिक्षक, छात्र और अभिभावक सभी में जागरूकता आएंगी।
<ढ्डह्म /> जनप्रतिनिधियों व वकीलों को किया जाएगा जागरूक <ढ्डह्म /> तंबाकू पर प्रतिबंध लगाने के मामले को कोर्ट में चुनौती दिए जाने के बाद तंबाकू नियंत्रण सेल ने अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव किया है। इसके तहत कानून बनाने वाले जनप्रतिनिधियों सांसद, विधायक व पार्षदों और वकीलों को तंबाकू के प्रभाव के बारे में जागरूक किया जाएगा। यह जागरूकता अभियान 15 जून तक चलेगा। इसके तहत 30 मई को कड़कडड़ूमा कोर्ट में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। नगर निगम के 50 पार्षदों को इसके बारे में जानकारी भी दी जा चुकी है।
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