दिल्ली में 'ठक-ठक' गैंग का एक सदस्य गिरफ्तार, एक करोड़ के गहने बरामद
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने ठक-ठक गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, जिसने करोल बाग इलाके में एक कार से एक करोड़ रुपये के गहने चुराए थे। आरोपी, टी. सरथ ...और पढ़ें
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ठक-ठक गैंग की सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने "ठक-ठक" गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, जिसने करोल बाग पुलिस स्टेशन इलाके में खड़ी कार का शीशा तोड़कर लगभग एक करोड़ रुपये के गहने चुराए थे। आरोपी की पहचान तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के टी. सरथ कुमार उर्फ सरथ कुमार के रूप में हुई है। उसके पास से 35 लाख रुपये के गहने बरामद किए गए हैं।
वह कमला मार्केट, कनॉट प्लेस और लाहौरी गेट पुलिस स्टेशनों में दर्ज चार चोरी के मामलों में घोषित अपराधी था और कुख्यात ठक-ठक गैंग का सक्रिय सदस्य था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और गैंग में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस उपायुक्त, क्राइम ब्रांच, संजीव कुमार यादव के अनुसार, 14 नवंबर को गहनों के कारोबारी शुभम कोटावाला ने टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन के बाद करोल बाग में IGI (इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट) लैब से 62 गहने और उनके ग्रेडिंग सर्टिफिकेट लिए थे।
गहने लेने के बाद, उन्होंने उन्हें दुर्गा पार्क के पास सड़क किनारे खड़ी अपनी कार में एक बैग में रखा और कुछ काम से चले गए। कुछ देर बाद लौटने पर उन्होंने देखा कि कार का शीशा टूटा हुआ था और गहनों वाला बैग गायब था। उनकी शिकायत पर करोल बाग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।
इसके बाद मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया और ACP पंकज अरोड़ा की देखरेख में इंस्पेक्टर अमित कुमार सोलंकी के नेतृत्व में मामले को सुलझाने के लिए एक टीम बनाई गई। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे 100 से ज़्यादा CCTV कैमरों की जांच की, जिससे उन्हें तमिलनाडु के त्रिची (तिरुचिरापल्ली) के गैंग सदस्यों की संलिप्तता के बारे में कुछ सुराग मिले।
इसके बाद टीम ने तिरुचिरापल्ली के उन गैंग सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जो पहले दिल्ली में इसी तरह के अपराधों में शामिल थे। गोपनीय जानकारी के आधार पर, उनमें से एक की पहचान टी. सरथ कुमार के रूप में हुई। इस जानकारी के आधार पर, 15 दिसंबर को निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन इलाके के पास जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया गया। यह गैंग तमिलनाडु से दिल्ली और अन्य राज्यों में अपराध करने आता था।
पूछताछ के दौरान, आरोपी ने बताया कि गैंग के सदस्य आमतौर पर तमिलनाडु से ट्रेन से दिल्ली, NCR और अन्य राज्यों में आते हैं। वे बाजारों के पास खड़ी गाड़ियों को निशाना बनाते हैं, खासकर गहनों के बाजारों के पास, और अंदर रखे बैग ढूंढते हैं। वह एक आदतन अपराधी है और दिल्ली के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में उसके खिलाफ पहले से ही आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

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