सोमनाथ भारती अपनी पत्नी का मानहानि मामले में प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोर्ट को बताया
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अदालत को बताया कि आप नेता सोमनाथ भारती हितों के टकराव के कारण मानहानि मामले में अपनी पत्नी लिपिका मित्रा का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते। लिपिका मित्रा ने सीतारमण के खिलाफ मानहानि का आरोप लगाते हुए आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। सीतारमण के वकील ने तर्क दिया कि भारती का अपनी पत्नी का प्रतिनिधित्व करना हितों का टकराव है।
-1750946904577.webp)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आप नेता सोमनात भारती पर दिया बयान।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अदालत को बताया कि आप नेता सोमनाथ भारती हितों के टकराव के कारण मानहानि मामले में कानूनी रूप से अपनी पत्नी का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते। भारती की पत्नी लिपिका मित्रा ने सीतारमण के खिलाफ मानहानि का आरोप लगाते हुए अदालत में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है।
राउज एवेन्यू स्थित अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पारस दलाल ने सुनवाई 16 जुलाई के लिए स्थगित कर दी। कोर्ट ने मामले में 19 मई को सीतारमण को नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा था कि आरोपित को भी सुनवाई का अवसर दिया जाना चाहिए। न्यायाधीश ने कहा कि शिकायतकर्ता के खिलाफ प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में मानहानिकारक, अपमानजनक और अपमानजनक टिप्पणी करने और प्रकाशित करने का नया मामला प्राप्त हुआ है। इसकी जांच की जानी चाहिए और इसे पंजीकृत किया जाना चाहिए।
भारती द्वारा उनकी पत्नी मित्रा का प्रतिनिधित्व करना हितों का टकराव
सीतारमण के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि भारती द्वारा उनकी पत्नी मित्रा का प्रतिनिधित्व करना हितों का टकराव है, क्योंकि मित्रा भारती की पत्नी हैं, जिन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री के भाषण से उनके पति की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। अधिवक्ता ने दलील दी कि भारती अपने मामले में पेश नहीं हो सकते और उन्हें अपना वकालतनामा वापस ले लेना चाहिए, अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया को रेफरेंस भेजा जाना चाहिए। भारती ने आवेदन पर बहस करने के लिए समय मांगा है।
सोमनाथ भारती की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का आरोप
आवेदन में दावा किया गया है कि सीतारमण ने 17 मई, 2024 को एक प्रेस वार्ता में अपमानजनक, झूठे और दुर्भावनापूर्ण बयान दिए, जिसका एकमात्र उद्देश्य भारती की प्रतिष्ठा को धूमिल करना और आम चुनावों में उनकी जीत की संभावनाओं को कमजोर करना था। शिकायत के अनुसार, ये बयान केवल शिकायतकर्ता और उसके पति को चोट पहुंचाने के इरादे से दिए गए थे, ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के उम्मीदवार को राजनीतिक लाभ और शिकायतकर्ता के पति को राजनीतिक नुकसान हो।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।