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    सफदरजंग की ऐतिहासिक कामयाबी, सरकारी अस्पताल में पहली बार बच्चे का किडनी ट्रांसप्लांट सफल

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 08:11 PM (IST)

    सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली ने बाल गुर्दा प्रत्यारोपण में सफलता पाई है। यह किसी सरकारी संस्थान में पहली बार हुआ है। डॉ. वंदना तलवार ने इसे गरीब परिवारों के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। 12 वर्षीय बच्चे का सफल ट्रांसप्लांट हुआ, जिससे अब मुफ्त इलाज संभव होगा। यह केंद्र सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देता है। आने वाले वर्षों में अस्पताल सबसे बड़ा केंद्र बन सकता है।

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    सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली ने बाल गुर्दा प्रत्यारोपण में सफलता पाई है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल ने बच्चों का किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया है। लिविंग-रिलेटेड किडनी ट्रांसप्लांट के इस्तेमाल ने इसे खास बना दिया। हॉस्पिटल के यूरोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट डिपार्टमेंट की एक्सपर्ट टीम ने नेफ्रोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी, एनेस्थीसिया और इम्यूनोलॉजी डिपार्टमेंट के साथ मिलकर यह सफलता हासिल की।

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    दावा किया जा रहा है कि यह किसी भी सेंट्रल गवर्नमेंट इंस्टीट्यूशन में पहला सफल पीडियाट्रिक रीनल ट्रांसप्लांट है। यह सफदरजंग हॉस्पिटल के ट्रांसप्लांट प्रोग्राम और गरीब और मिडिल क्लास परिवारों के लिए बहुत ज़रूरी है। अब तक, यह सिर्फ़ प्राइवेट हॉस्पिटल या AIIMS जैसे कुछ सरकारी इंस्टीट्यूशन में ही किया जाता था। ज़्यादा भीड़ और ज़्यादा खर्च के कारण, आम आदमी इस बहुत मुश्किल सर्जरी का फ़ायदा नहीं उठा पाता था।

    हॉस्पिटल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. वंदना तलवार ने यह बहुत मुश्किल सर्जरी की। डॉ. वंदना तलवार ने हॉस्पिटल की इस कामयाबी को "गरीब और मिडिल क्लास परिवारों की जान बचाने में एक ऐतिहासिक कदम" बताया। उन्होंने बताया कि अब तक, दिल्ली-NCR में बच्चों का किडनी ट्रांसप्लांट सिर्फ़ प्राइवेट अस्पतालों या कुछ सरकारी संस्थानों, खासकर AIIMS में ही होता था, जहाँ लंबी वेटिंग लिस्ट और ज़्यादा खर्च की वजह से मरीज़ों को काफी दिक्कतें होती थीं।

    उन्होंने बताया कि मरीज़ एक 12 साल का बच्चा था जिसे किडनी की आखिरी स्टेज की बीमारी थी। यह लिविंग-रिलेटेड बच्चों का किडनी ट्रांसप्लांट तभी मुमकिन हुआ जब बच्चे के परिवार ने किडनी डोनेट की। कई घंटों तक चली सर्जरी कामयाब रही और ऑपरेशन के बाद बच्चा पूरी तरह स्टेबल बताया जा रहा है।

    उन्होंने दावा किया कि सफदरजंग हॉस्पिटल में इस सर्विस के शुरू होने से, बच्चों का ट्रांसप्लांट अब लगभग फ्री हो जाएगा, जिससे देश भर के हज़ारों परिवारों को राहत मिलेगी।

    सफदरजंग हॉस्पिटल की यह कामयाबी केंद्र सरकार की सरकारी अस्पतालों में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधाओं को बढ़ावा देने की कोशिशों में बहुत अहम मानी जा रही है। मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कामयाबी से, सफदरजंग हॉस्पिटल आने वाले सालों में देश का सबसे बड़ा बच्चों का किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर बन सकता है।