करोलबाग में फ्रांसीसी नागरिक से 37 लाख लूटे
युसेफ दुल्हन की पोशाक खरीदने के लिए भारत आए और होटल में ठहरे थे
सूचना मिलने के करीब 15 मिनट बाद मौके पर पहुंची पीसीआर वैन, दर्ज किया धोखाधड़ी का केस
-वारदात की तस्वीरें आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों में कैद जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद राजधानी में लूटपाट व झपटमारी की वारदात थमने का नाम नहीं ले रही हैं। करोलबाग में दिवाली की देर रात कार सवार तीन बदमाशों ने पुलिस अधिकारी बनकर फ्रांसीसी नागरिक को जांच के बहाने रोक लिया और उनसे लूटपाट शुरू कर दी। विरोध जताने पर ब्लेड नुमा चीज से उन पर वार किया गया। बैग लूटकर जब बदमाश भागने लगे तो पीड़ित कार का दरवाजा पकड़कर लटक गए। बदमाश उन्हें घसीटते हुए कुछ दूर तक ले गए। पकड़ ढीली होने पर जब वह बीच सड़क पर नीचे गिरे तो बदमाश तेजी से पूसा रोड की तरफ भाग गए। इस घटना में करोलबाग थाना पुलिस ने लूट की धारा में केस दर्ज नहीं किया। पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है। बैग में 47 हजार यूरो यानी करीब 37 लाख रुपये, पासपोर्ट व अन्य कीमती दस्तावेज थे। पीड़ित ने इस बाबत अपने दूतावास को भी जानकारी दे दी है।
उत्तरी जिला पुलिस अधिकारी के मुताबिक 45 वर्षीय युसेफ फ्रांस में रहते हैं। उनके परिवार में किसी की शादी है जिससे वह दुल्हन की पोशाक खरीदने पांच दिन पहले भारत आए थे और करोलबाग के एक होटल में ठहरे हुए हैं। करोल बाग के एक ब्लॉक के अध्यक्ष के मुताबिक रविवार रात करीब 10.15 बजे युसेफ जब तीन महिलाओं के साथ बाजार से वापस होटल की तरफ जा रहे थे तभी सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार सवार तीन बदमाशों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए जांच करने के बहाने उन्हें रोक लिया। बदमाशों ने डराते हुए कहा कि उन्हें संदेह है कि उनके पास ड्रग्स है। कार के शीशे पर काली फिल्म चढ़ी हुई थी। जांच कराने से मना करने व विरोध जताने पर बदमाशों ने युसेफ का बैग छीनकर अपने कब्जे में ले लिया और कार में बैठ गए। भागने के दौरान युसेफ जब कार का दरवाजा पकड़कर लटक गए तब भी बदमाशों ने कार नहीं रोकी। वह कार के साथ घिसटते हुए कुछ दूर तक गए। पकड़ ढीली होने पर जब वह नीचे गिर कर घायल हो गए तब बदमाश तेजी से मौके से फरार हो गए। युसेफ को घायल होते देख, वहां से गुजर रहे एक स्टूडेंट ने पुलिस को कॉल कर घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने के करीब 15 मिनट बाद पीसीआर मौके पर पहुंची और तब फ्रांसीसी नागरिक को उपचार के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया। वारदात की तस्वीरें आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई हैं। जिससे पुलिस को बदमाशों के बारे में सुराग मिलने की उम्मीद है। इस मामले में डीसीपी मध्य जिला मंदीप सिंह रंधावा का कहना है कि फ्रांसीसी नागरिक से लूटपाट नहीं हुई है बल्कि धोखे से बैग लेकर भागने की घटना है। घटना का कोई सीसीटीवी फुटेज ऐसा नहीं है, जिससे पता चल सके कि पीड़ित कार में लटक गए थे।
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