Delhi में धड़ल्ले से चल रही अवैध फैक्ट्रियां, 4 लोगों की मौत से इलाके में दहशत का माहौल
रिठाला गांव और आसपास के इलाकों में आवासीय क्षेत्रों में अवैध फैक्ट्रियां धड़ल्ले से चल रही हैं, जिनमें ज्वलनशील पदार्थों का उपयोग होता है। प्रशासन की अनदेखी और भ्रष्टाचार के कारण इन फैक्ट्रियों में अक्सर आग लगती है, जिससे लोगों की जान जा रही है। स्थानीय लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और शिकायतें करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती, जैसा कि अलीपुर की पिछली घटना और रिठाला में हाल ही में हुई मौतों से स्पष्ट है।
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जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बाहरी दिल्ली के रिठाला गांव समेत आसपास का इलाका दिन-प्रतिदिन व्यावसायिक होता जा रहा है। यहां अवैध फैक्ट्रियां धड़ल्ले से चल रही हैं। लेकिन प्रशासन शिकंजा कसने के बजाए आंखे मूंदे हुए हैं। कई फैक्ट्रियों में तो ज्वलनशील पदार्थों और रसायनों का भी उपयोग होता है। फैक्ट्री मालिक नियमों को ताक पर रखकर फैक्ट्रियां संचालित कर रहे हैं।
यही कारण है कि आए दिन इन अवैध फैक्ट्रियों में आग लगने से लोगों की जाने जा रही है। इनमें से अधिकतर फैक्ट्रियां रिहायशी इलाकों में चलाई जा रही है। रिठाला गांव में इस हादसे के बाद से ही स्थानीय लोगों ने भी अवैध फैक्ट्रियों के विरोध में आवाज उठानी शुरू कर दी है।
लोगों का कहना है कि घरों के बीच इस तरह की फैक्ट्रियां संचालित होने से उन्हें भी जान का खतरा है। आग लगने के बाद घरों में घुसने वाले धुएं से दम घुटने से उनकी भी जानें जा सकती है। कई फैक्ट्रियां तो घरों में संचालित हो रही हैं। इन फैक्ट्रियों में न तो आपातकालीन गेट ही होता है और नहीं आग से बचाव के कोई सुरक्षा के इंतजाम।
रिठाला के जिस फैक्ट्री में आग लगी, यहां भी किसी भी तरह के कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। यहां कारण रहा कि फैक्ट्री में फंसे लोग पहले दम घुटने से बेहोश हुए, फिर बेहोशी की हालत में झुलसने से उनकी मौत हो गई।
शिकायत पर भी नहीं होती है कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने बताया कि रिहायशी इलाकों में चलने वाली अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ वे शिकायत पर करते हैं, तो संबंधित विभाग उसपर कार्रवाई नहीं करती है। उन्हें फैक्ट्री मालिकों की ओर से हर महीने मोटी रकम दी जाती है। भ्रष्टाचार का ही नतीजा है कि अवैध फैक्ट्रियां दिल्ली में अवैध रूप से चल रही है। किसी बड़ी घटना के बाद संबंधित अधिकारी कुछ कार्रवाई करते हैं, फिर कुछ दिनों के बाद से ही फिर से धड़ल्ले से अवैध फैक्ट्रियों का कारोबार चलने लगता है।
11 लोगों की मौत के बाद भी अवैध फैक्ट्रियों पर शिकंजा नहीं
15 फरवरी 2024 में अलीपुर स्थित रिहायशी क्षेत्र में अवैध रूप से चलाए जा रहे पेंट फैक्ट्री और केमिकल गोदाम में भीषण आग लग गई थी। इस आग में 11 लोगों की मौत हो गई थी, और चार लोग घायल हो गए थे। आग इतनी भीषण थी कि केमिकल से भरे ड्रम फटने के बाद कई मंजिलों तक ऊपर उड़कर कई इमारतों गिरे। जिससे सामने एक घर समेत कई दुकानों में भी आग लग गई थी। फिर न तो दिल्ली नगर निगम और नहीं प्रशासन और पुलिस की ओर से इन फैक्ट्रियों के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाया गया। जिसका नतीजा है कि अब रिठाला में भी चार लोगों की जान चली गई।
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