'आंख खुली तो दिखे बिखरे शव...', चश्मदीदों ने बताया लाल किले पर क्या-क्या हुआ; गाड़ी पर उड़कर गिरा करीब 90KG का व्यक्ति
दिल्ली के लाल किले के सामने हुए धमाके से आसपास अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका इतना जोरदार था कि गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और लोग हवा में उछलकर गिरे। एक व्यक्ति की तो मौके पर ही मौत हो गई। घायलों और मृतकों को देख कर लोगों में दहशत का माहौल था।

लोकेश शर्मा, नई दिल्ली। लाल किले के सामने हुए भीषण धमाके के मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि आसपास खड़ी गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए और कई लोग हवा में उछलकर नीचे गिरे। पहाड़गंज निवासी पीड़ित बलबीर सिंह ने बताया कि वह अपनी वैगनआर कार में बैठे थे। उनके एक रिश्तेदार सामान खरीदने चांदनी चौक गए थे।
वह उनका इंतजार कर रहे थे। वहां जाम की स्थिति थी, तभी अचानक जोरदार धमाका हुआ। धमाके के तुरंत बाद एक व्यक्ति कई फीट ऊपर उछलते हुए उनकी गाड़ी के ऊपर गिरा, जिससे उनके कार की छत दब गई है तथा सामने का शीशा टूट गया है, गाड़ी पर गिरते ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वह करीब 90 किलो का थे।
वह बताते हैं कि एक धमाके के बाद कुछ और धमाके भी हुए, जिसे वह समझ नहीं पाए। वह इस धमाके में बाल-बाल बचे क्योंकि उनका रिश्तेदार सामान खरीदने के बाद उन्हें उसे लेने लाल किले के सामने बुला रहे थे, लेकिन वह वहां नहीं गए।
बलबीर मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रामपुर के रहने वाले हैं और 20 वर्ष से पहाड़गंज में टूरिस्ट कार चलाते हैं।

वह कहते हैं कि अगर वह लालकिला के सामने चले गए होते तो शायद आज जिंदा न होते। वह खरीदारी के बाद रामपुर निकलने वाले थे, लेकिन अब गाड़ी के इंतजार में घटनास्थल पर मौजूद हैं।

वहीं, पानीपत निवासी महेश ने बताया कि उन्हें ऐसा लगा मानो बाजार के बीच में बहुत बड़ा धमाका हुआ हो। पूरा इलाका धुएं से भर गया और चारों ओर चीख-पुकार मच गई। जबकि, चंदू नगर निवासी व रिक्शा चालक यासीन बताया कि उनके रिक्शे में तीन सवारियां थीं। एक धमाके के साथ उसके सामने के वाहन हवा में उड़ गए। उसके ई-रिक्शा भी क्षतिग्रस्त हो गया है। धमाके के साथ वह भी गाड़ी से नीचे गिर गया तथा बेहोश हो गया।

जब आग खुली तो भयावह तस्वीर उसके सामने थी। होश आया तो वह अपनी सवारियाें की तलाश करने लगा, लेकिन उसे कहीं नजर नहीं आई। उनके अनुसार, वह कश्मीरी गेट से तीन नेपाली यात्रियों को लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहे थे। धमाके के बाद चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। यासीन अपने चोटों और फटे कपड़ों को दिखाते हुए बताया कि उन्होंने खुद अपनी आंखों से तीन-चार शव देखे और कई लोगों को गंभीर रूप से घायल हालत में पड़ा पाया।
इसी तरह, डीटीसी बस चालक राजू चौधरी धमाके की तीव्रता का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपनी सीट से कई फीट ऊपर उछल गए। गनीमत है कि सवारियों को चोटे नहीं आई, लेकिन बस के सामने का शीशा टूट गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।