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    राजधानी में प्रदूषण का कहर, 400 पार पहुंचा AQI; दिल्ली ने पंजाब को ठहराया जिम्मेदार

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 06:51 AM (IST)

    दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए भाजपा ने पंजाब में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया है। पर्यावरण मंत्री सिरसा ने आप सरकार पर दिल्ली की हवा को प्रदूषित करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट के प्रति आभार व्यक्त किया। आप नेताओं ने सरकार से प्रदूषण रोकने के उपायों और कृत्रिम वर्षा न कराने पर सवाल उठाए, साथ ही पटाखा कारोबारियों से साठगांठ का आरोप भी लगाया।

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    दिल्ली की जहरीली हवा के लिए पंजाब को जिम्मेदार ठहराया

    जागरण टीम, नई दिल्ली। सत्तारूढ़ भाजपा ने दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के लिए पंजाब में पराली जलाने को जिम्मेदार बताया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार प्रदूषण को लेकर चिंतित है और इसकी रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय किए जा रहे हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसके लिए आप को जिम्मेदार ठहराया। कहा, 'आप की पंजाब सरकार जानबूझकर दिल्ली की हवा को प्रदूषित करने की साजिश रच रही है।'

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    पिछले चार दिनों में पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं अचानक बढ़ गई हैं और यह कोई संयोग नहीं है। पंजाब के किसानों को पराली जलाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह दिल्ली की हवा को गंदा करने की सुनियोजित राजनीति है, ताकि कहा जा सके कि दिल्ली सरकार असफल है।मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि हमारी सरकार चाहती थी कि दीवाली पर ग्रीन पटाखे चलाने की इजाजत दी जाए। इसलिए हमने सु्प्रीम कोर्ट से निवेदन किया था।

    शीर्ष कोर्ट ने देश की सांस्कृतिक संवेदनाओं व जनभावनाओं को समझते हुए ग्रीन पटाखों के सीमित उपयोग पर सहमति व्यक्त की। कहा कि दिल्ली की पूर्व सरकार ने प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए कोई प्रभावी उपाय तो नहीं किए और दीवाली पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया, लेकिन इसका परिणाम सकारात्मक नहीं रहा, क्योंकि दिल्ली में अवैध रूप से लाए पटाखे चले, जिसने दिल्ली में प्रदूषण गंभीर हो गया। प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए सरकार कई प्रभावी उपाय कर रही है।

    1000 वाटर स्पि्रंकलर और 140 एंटी स्माग गन तैनात की गई हैं। सड़कों पर यांत्रिक सफाई की जा रही है। इसके लिए 70 मैकेनिकल रोड स्वीपर व हाईटेक सुपर सकर मशीनें तैनात की जा रही हैं।इस मुद्दे पर प्रेस वार्ता कर पर्यावरण मंत्री सिरसा ने कहा कि दीवाली के बाद दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्श पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर रहा। 2020 में दीवाली के बाद एक्यूआइ 462, 2024 में 360 और इस साल 351 रहा। यह आंकड़ा साबित करता है कि पटाखे प्रदूषण का प्रमुख कारण नहीं हैं। सोमवार शाम को दिल्ली के कुछ इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 को पार कर गया। आलम यह है कि दिल्ली के 38 निगरानी स्टेशनों में से 34 'रेड जोन' में दर्ज किए गए।

    कहा, अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम दीवाली जैसे पावन पर्व को राजनीति से जोड़ रही है। दीवाली किसी राजनीतिक पार्टी का त्योहार नहीं है। यह भारत के आत्मा का त्योहार है। जो लोग इसे पाप बता रहे हैं, वे धर्म व समाज दोनों के साथ अन्याय कर रहे हैं।

    आप ने पूछा, भाजपा सरकार ने क्यों नहीं कराई कृत्रिम वर्षा

    आप नेताओं ने सरकार से पूछा है कि प्रदूषण रोकने के इंतजामों का क्या हुआ?। उन्होंने पटाखा कारोबारियों से सरकार की मिलीभगत का आरोप भी लगाया। पूछा कि दीवाली पर ग्रीन पटाखों के साथ प्रतिबंधित पटाखे भी छोड़े जाने से जहरीली हुई दिल्ली की हवा के बावजूद भाजपा सरकार ने कृत्रिम वर्षा क्यों नहीं कराई है। आप के दिल्ली के प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज और पूर्व पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने पर भाजपा सरकार से पूछा है कि क्या भाजपा सरकार चाहती है कि दिल्ली के लोग बीमार हों।

    सरकार ने कहा था कि हम दीवाली के बाद कृत्रिम वर्षा कराकर सारा प्रदूषण ठीक कर देंगे, लेकिन वर्षा नहीं कराई। ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार की प्राइवेट अस्पतालों के साथ साठगांठ है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता लगातार प्राइवेट अस्पतालों का उद्घाटन कर रही हैं। सरकारी अस्पतालों में दवाइयां एक सुनियोजित तरीके से खत्म की जा रही हैं।

    दीवाली पर पटाखा कारोबारियों को करोड़ों रुपये का फायदा हुआ है। यह फायदा किस-किस के बीच बांटा गया? कहा है कि ऐसा लग रहा है कि भाजपा सरकार ने पटाखा कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के लिए लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया है। इसके साथ ही आप ने एक्यूआइ की जानकारी देने वाला सीपीसीबी का बीती रात एप बंद कर दिए जाने का भी आरोप लगाया है।