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    मताधिकार का महत्व समझा रहे बुजुर्ग और दिव्यांग

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 01 Apr 2019 09:35 PM (IST)

    मतदान को लेकर जहां स्वस्थ और युवा मतदाता अक्सर उदासीन नजर आते हैं वहीं दिव्यांगों और बुजुर्गों का उत्साह देखते ही बनता है। लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली ...और पढ़ें

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    मताधिकार का महत्व समझा रहे बुजुर्ग और दिव्यांग

    संजीव गुप्ता, नई दिल्ली :

    मतदान को लेकर जहां स्वस्थ और युवा मतदाता अक्सर उदासीन नजर आते हैं वहीं दिव्यांगों और बुजुर्गो का उत्साह देखते ही बनता है। पिछले ढाई महीने में करीब 1,250 दिव्यांगों ने मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन किया है।

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    जानकारी के मुताबिक इस लोकसभा चुनाव में 1,969 मूक बधिर, 14,085 लोकोमोटो दिव्यांग व 16,814 अन्य दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 18 जनवरी को दिल्ली में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 33,980 थी जो 31 मार्च को बढ़कर 35,230 हो गई है। हालांकि अभी वोट बनवाने में 12 दिन बचे हुए हैं। ऐसे में इनकी संख्या और बढ़ने की संभावना है।

    दूसरी तरफ दिल्ली में 100 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 438 है तो 110 साल से अधिक उम्र वाले 116 मतदाता दिल्ली में पंजीकृत हैं। 90 साल से अधिक उम्र वाले मतदाताओं की संख्या 16,533 है। इसके अलावा 668 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं तो 40 अप्रवासी भारतीय भी वोट डालेंगे।

    आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में प्रति एक हजार पुरुषों पर 816 महिला मतदाता हैं। दिल्ली में कुल पंजीकृत मतदाताओं में महिलाओं की तुलना में पुरुष मतदाताओं की संख्या अधिक है। दिल्ली में कुल 63,27,866 महिला मतदाता पंजीकृत हैं जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 77,51,908 है। दूसरी तरफ पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार राजधानी में युवा मतदाताओं की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 18 से 19 साल के युवा मतदाताओं की संख्या 3.37 लाख थी, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत अभी तक दिल्ली में 2,04,420 युवा मतदाताओं का ही पंजीकरण किया गया है जिसमें से 90,884 मतदाता ही 18 साल की उम्र के हैं।

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    इस बार लोकसभा चुनाव में कुछ अलग तरह का उल्लास देखने को मिल रहा है। युवाओं की संख्या भले कम हो, लेकिन दिव्यांगों, बुजुर्गो, ट्रांसजेंडर और एनआरआइ मतदाताओं की भागीदारी स्वागत योग्य है। अभी 13 अप्रैल तक अपना वोट बनवाया जा सकता है। ऐसे में हमें उम्मीद है कि युवा मतदाताओं की संख्या में भी और इजाफा होगा।

    -डॉ. रणबीर सिंह, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, दिल्ली