16 साल बाद मिली खुशी एक दिन में ही मातम में बदली, महागौरी के एक शावक की मौत; एक की हालत गंभीर
दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में 16 साल बाद खुशी का माहौल गम में बदल गया। शेरनी महागौरी ने रविवार को चार शावकों को जन्म दिया लेकिन सोमवार देर रात एक शावक की मौत हो गई। एक अन्य शावक बीमार होने के कारण पशु चिकित्सा देखभाल में है। अन्य दो शावक शेरनी के साथ स्वस्थ हैं। महागौरी के एक शावक की मौत से प्राणी उद्यान में शोक है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) (Delhi Zoo) में 16 वर्षों बाद हुई खुशी अगले ही दिन मातम में बदल गई। यहां शेरनी महागौरी ने रविवार को चार एशियाई शावकों को जन्म दिया था।
सोमवार देर रात इसमें से एक की मौत हो गई है, जबकि दूसरे शावक का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उसे पशु चिकित्सा देखभाल में रखा गया है।
पांच वर्षीय शेरनी महागौरी और उसके शावकों को 24 घंटे निगरानी में रखा गया था क्योंकि उसका पहला प्रसव होने के बाद ये स्थिति गंभीर थी।
एक शावक का नहीं हुआ था विकास
चिड़ियाघर के अधिकारियों के अनुसार, एक शावक का विकास ठीक से नहीं हो पाया था, सोमवार को उसकी मौत हो गई।
वहीं, दूसरा शावक जिसमें बीमारी के लक्षण दिखे थे उसे तुरंत ही चिड़ियाघर के अस्पताल में ले जाया गया, उचित देखभाल के बाद अभी शावक पशु चिकित्सक की कड़ी निगरानी में है।
बिल्लियों के लिए बनाया गया विशेष दूध पी रहे शावक
शावक को बिल्लियों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया दूध दिया जा रहा है। बाकी दो शावक फिलहाल शेरनी के साथ हैं और दोनों स्वस्थ हैं।
चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार ने बताया कि उनकी सेहत सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी से लगातार निगरानी की जा रही है।
शेरनी महागौरी और शावकों के पिता शेर महेश्वर को 2021 में गुजरात के जूनागढ़ से दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में लाया गया था।
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