दर्शकों से फिर से गुलजार हुआ चिड़ियाघर, सफेद बाघ, हाथी व रीछ के बाड़े में रही अधिक भीड़
चिड़ियाघर में सुबह से ही दर्शकों का पहुंचना शुरू हो गया था। जिससे दोपहर तक दर्शकों की अधिक संख्या रही। लोग अपने बच्चों को गोदी और कंधे में बैठाकर घूमाते दिखे। सबसे ज्यादा भीड़ सफेद बाघ रीछ और हाथी के बाड़े के पास देखने को मिली।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। चिड़ियाघर मंगलवार से दर्शकों के लिए खुल गया है। कोरोना महामारी की पाबंदी हटने के दो माह बाद चिड़ियाघर दर्शकों से एक बार फिर गुलजार हुआ। दर्शकों में इसे लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी के चेहरे खिलखिलाते नजर आए। शिवरात्रि को लेकर अवकाश होने के चलते चिड़ियाघर में लोगों की अधिक भीड़ रही। स्थिति यह कि कोरोना को देखते हुए प्रतिदिन दर्शकों की तय संख्या से भी अधिक लोग पहुंचे। कुछ लोग बिना टिकट बुक किए ही पहुंचे। ऐसे में कई लोगों को मायूस भी लौटना पड़ा, क्योंकि प्रवेश आनलाइन टिकट के माध्यम से ही है।
यहां सुबह से ही दर्शकों का पहुंचना शुरू हो गया था। दोपहर तक संख्या अधिक हो गई। लोग अपने बच्चों को गोदी और कंधे में बैठाकर घूमाते दिखे। सबसे ज्यादा भीड़ सफेद बाघ, रीछ और हाथी के बाड़े के पास देखने को मिली। दर्शकों की भीड़ होने पर सुरक्षाकर्मी लोगों को दूरी बनाने के लिए कहते हुए दिखे। यहां सुबह वाले स्लाट में सबसे अधिक लोग पहुंचे।
कोरोना के ओमिक्रोन स्वरूप के बढ़ते मामलों को देखते हुए चार जनवरी से दर्शकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इससे पहले कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी दो माह से अधिक समय के लिए भी यह बंद हुआ था। तब इसे पिछले वर्ष एक अगस्त से दर्शकों के लिए खोला था। इसके पहले मार्च 2020 में जब देश में कोरोना महामारी ने दस्तक दी थी, तब भी यह दर्शकों के लिए बंद हुआ था। इसी तरह पिछले साल जनवरी में बर्ड फ्लू के चलते भी दर्शकों के आने पर पाबंदी लगाई गई थी
चिड़ियाघर के रेंज अधिकारी सौरभ वशिष्ठ ने बताया कि प्रतिदिन आने वाले दर्शकों की संख्या चार हजार तय की गई है। एक बजे तक 32 सौ से अधिक टिकट बुक हो चुकी थी और उसके बाद दूसरे स्लाट में सारी टिकट बुक हो गई थी। इसके बाद भी 100 टिकट अधिक बुक की गई।
उन्होंने कहा कि चिड़ियाघर में कोरोना संक्रमण के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आने वाले दिनों में निर्धारित दर्शकों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
पशु-प्रेमी और पर्यटकों के बीच चिड़ियाघर खासा आकर्षण का केंद्र है। यहां दिल्ली-एनसीआर के साथ देश के अन्य हिस्सों से भी पर्यटक आते हैं। यहां विशाखापट्टनम से जंगली डाग और स्टार कछुए लाए गए हैं, जिनका लोगों ने पहली बार दीदार किया। वहीं, हाथी पानी में मस्ती करते दिखे और रीछ आपस में एक-दूसरे के साथ उठा-पटक करते नजर आए। जिससे लोगों ने उनकी अठखेलियां को देखते ही उनकी फोटो ले रहे थे।
लोगों ने कहा
बहुत समय से हरियाली के बीच जाने का मन था, लेकिन पाबंदियों के चलते कहीं जा नहीं पा रहे थे। चिड़ियाघर खुला तो मन को रोक नहीं सके और आज अवकाश भी था तो यहां आकर अच्छा लग रहा है।
रवि वर्मा, रोहिणी
मुझे जानवारों से लगाव है। बच्चे लंबे समय से घरों में ही थे। ऐसे में वह भी चिड़ियाघर जाने की जिद कर रहे थे। पहले भी अक्टूबर में आए थे पर टिकट बुक न होने की वजह वापस लौटना पड़ा था। इस बार समय रहते टिकट बुक कर लिए थे।
कविता, रोहिणी
स्कूल खुल गए हैं, लेकिन कहीं घूमने को नहीं जा पा रहे थे। इसके खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। यहां आकर रंग-बिरंगी चिड़िया सबसे ज्यादा अच्छी लगी।
आराध्य, द्वारका
परिवार के साथ कई दिनों से बाहर नहीं गए थे। जिससे यहां आने की अचानक से योजना बनी। यहां आकर पूरा परिवार खुश है। काफी दिनों बाद जानवरों के बीच घूमने का मौका मिला।
प्रेम गुप्ता
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