Delhi News: कुत्तों की संख्या बढ़े तो इस एप पर करें शिकायत, तुरंत होगा समस्या का समाधान
Street Dogs राजधानी दिल्ली में बेसहारा कुत्ते लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। दिल्ली के लोग अब एमसीडी 311 एप पर बेसहारा कुत्ते की शिकायत कर सकेंगेl कुत्तों की संख्या बढ़ने से अक्सर लोगों को परेशानी होती है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बेसहारा कुत्तों (Street Dogs) की बढ़ती हुई संख्या से दिल्ली वासी अक्सर परेशान नजर आते हैं, इतना ही नहीं, उनकी शिकायत यह भी होती है कि नगर निगम इसके लिए कुछ ठोस कदम नहीं उठाता है। दिल्ली वासियों की शिकायत को दूर करने के लिए दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) ने अब ऐसा कदम उठाया है कि आने वाले दिनों में नागरिकों को इस समस्या से काफी हद तक मुक्ति मिली जाएगी।
फोटो खींचकर मोबाइल पर करें अपलोड
एमसीडी ने इसके लिए एमसीडी एप 311 पर शिकायत करने का माड्यूल शुरू किया है। न ही कालसेंटर में फोन करने का झंझट और न ही एमसीडी दफ्तर के चक्कर काटने की परेशानी। बस एक फोटो खींचकर एमसीडी 311 मोबाइल एप पर अपलोड करना होगा। फिर, एमसीडी की टीम उस बेसहारा कुत्ते को लेकर जाएगी और उसका बंध्याकरण करके वहीं छोड़ देगी।
खत्म होगी बेसहारा कुत्तों से होने वाली परेशानी
जिसका लाभ यह होगा कि आने वाले वर्षों में बेसहारा कुत्तों से होने वाली परेशानी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमसीडी 311 एप पर शिकायत करने के बाद उस बेसहारा कुत्ते को इलाके से ले जाने से लेकर बंध्याकरण और फिर वापस उसी स्थान पर छोड़ने की पूरी स्थिति से शिकायतकर्ता को अपडेट भी एप पर ही किया जाएगा।
एप पर होंगे कुत्ते के बंध्याकरण संबंधी सभी आंकड़े
इसके अलावा पशु चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमसीडी एप 311 में कुत्ते के बंध्याकरण संबंधी सभी आंकड़े भी एप पर उपलब्ध होंगे। अधिकारी ने आगे कहा कि कई बार हमें शिकायत मिलती है कि हमारी फील्ड टीमों द्वारा कुछ पड़ोस से आवारा कुत्तों को उठाया जा रहा है, लेकिन बंध्याकरण के बाद उसी इलाके में वापस नहीं छोड़ा जा रहा है।
दिल्ली में हर साल 25 हजार बेसहारा कुत्तों का होता है बंध्याकरण
उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम इस मोबाइल एप से बेसहारा कुत्तों के बंध्याकरण की भी निगरानी करेगा। साथ ही यह सुनिश्चित करेगा कि सर्जरी के बाद जानवरों को उसी जगह छोड़ा जाए जहां से उठाया गया है। दिल्ली नगर निगम के अनुसार राजधानी दिल्ली में हर वर्ष 25 हजार के करीब बेसहारा कुत्तों का बंध्याकरण किया जाता है।
राजधानी के प्रत्येक वार्ड क्षेत्र में नगर निगम की यही कोशिश होती है कि 80 प्रतिशत तक बेसहारा कुत्तों का बंध्याकरण किया जाए। प्राकृतिक संतुलन के लिए 20 प्रतिशत बेसहारा कुत्तों को गैर बंध्याकरण करके ही रखा जाता है, ताकि इनकी प्रजाति लुप्त न हो।
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