RBI के नए नियम पर बोले योगेंद्र- 'मुझे मोदी-जेटली के आश्वासन पर भरोसा था'
योगेंद्र ने बैंक को अपने स्पष्टीकरण में कहा, 'मैंने आठ नवंबर के बाद से अपने खाते में नकदी जमा नहीं कराया। मैं भीड़ के खत्म होने का इंतजार कर रहा था।'
नई दिल्ली (जेएनएन)। 'स्वराज इंडिया' के मुखिया योगेंद्र यादव रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा हाल ही में नोटबंदी को लेकर जारी किए गए नए नियम से काफी खफा नजर आए। 5000 रुपये से ज्यादा की रकम जमा कराने पर बैंक द्वारा पूछे जाने पर आम आदमी पार्टी (AAP) से अलग होने के बाद 'स्वराज इंडिया' नाम से राजनीतिक दल बनाने वाले योगेंद्र यादव ने हमला बोला है।
योगेंद्र यादव के मुताबिक, मंगलवार को जब चलन से बाहर हो चुके पुराने नोट बैंक में जमा कराने गए तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरबीआई द्वारा दिए आश्वासन में उनका 'भरोसा' था। यादव ने कहा कि उन्होंने पुराने नोट जमा नहीं कराए थे, क्योंकि 30 दिसंबर तक निर्धारित की गई समय सीमा में वह भीड़ छंटने का इंतजार कर रहे थे।
योगेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी मधुलिका बनर्जी पुराने नोट जमा कराने के लिए यूको बैंक गई थीं । यादव ने बैंक को अपने स्पष्टीकरण में कहा, 'मैंने आठ नवंबर के बाद से अपने खाते में नकदी जमा नहीं कराया। इसके लिए अब जमा करने पर मुझे किसी तरह के स्पष्टीकरण देने की जरुरत नहीं लगती। मैं भीड़ के खत्म होने का इंतजार कर रहा था।'
Would have been happy to explain the source of my money.
But I am being asked to explain the delay, when the PM and FM asked me not to rush! https://t.co/nemqxwrp1v— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) December 20, 2016
उन्होंने कहा, 'मुझे प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और आरबीआई ने आश्वस्त किया था कि बैंकों की ओर भागने की जरूरत नहीं है और किसी भी तरह के जमा के लिए 30 दिसंबर की तारीख दी गई थी। मैंने उनपर भरोसा किया।'
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