Delhi Floods: उफान पर यमुना, 206 मीटर होते ही बंद होगा पुराना लोहा पुल, इन इलाकों में अलर्ट
पूर्वी दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है जिसके कारण प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण जल स्तर और बढ़ने की आशंका है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है और उनके लिए अस्थायी शिविर बनाए गए हैं। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। पहाड़ों पर हो रही मूसलधार वर्षा से दिल्ली में यमुना उफान पर है। सोमवार दोपहर यमुना का जल स्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया। मंगलवार को यह जल स्तर 206 मीटर के अधिक पहुंचने की उम्मीद है। इतना जल स्तर पहुंचते ही पुराना लोहा पुल पर वाहनों व ट्रेन का आवागमन बंद किया जाएगा।
प्रशासन का कहना है कि भले ही जल स्तर बढ़ रहा है, लेकिन वर्ष 2023 की तरह बाढ़ की संभावना नहीं है। यमुना की धारा ठीक है, इसलिए पानी का फैलाव खादर क्षेत्र में नहीं हो रहा है। खतरा सिर पर होने के बाद भी खादर में रहने वाले झुग्गियों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को तैयार नहीं है।
नोडल अधिकारी व प्रीत विहार एसडीएम संदीप यादव ने कहा कि सोमवार को यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया। इस साल अभी तक यमुना यमुना के चेतावनी स्तर 204.33 मीटर को पार कर रही थी। मंगलवार को पहली बार खतरे के निशान को पार किया है। यमुना उफान पर है।
सोमवार को 64 हजार क्यूसेक से अधिक पानी हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली में छोड़ा गया है, जबकि 89 हजार क्यूसेक पानी ओखला बैराज से यूपी में छोड़ा गया। रविवार शाम को 1.78 लाख क्यूसेक पानी जो हरियाणा से छोड़ा गया था, वह मंगलवार दिन में दिल्ली पहुंच जाएगा। इससे यमुना का जल स्तर 206 मीटर पहुंचने की संभावना है।
रविवार से ही प्रशासन यमुना खादर व इसके पास के निचले इलाकों में मुनादी करवा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है वह सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। जल स्तर बढ़ने से प्रभावित लोगों के लिए डीएनडी फ्लाईओवर, एनएच-24 व मयूर विहार में अस्थायी शिविर बनाएं जा रहे हैं। खतरा बढ़ने पर प्रभावित लोगों को शिविरों में रखा जाएगा।
प्रशासन की ओर इसमें खान-पान की सुविधाएं दी जाएंगी। मोटर बोट 14 अलग-अलग स्थानों पर तैनात हैं। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वह यमुना के पास न जाएं, पानी का बहाव बहुत तेज है। पुलिस से भी कहा गया है कि वह उन रास्तों पर निगरानी रखे, जो यमुना की तरफ जाते हैं। वजीराबाद, ओखला व आटीओ बैराज के सभी गेट खोले हुए हैं।
दो साल पहले बना था नया रिकॉर्ड
वर्ष 2023 में दिल्ली में यमुना का जल स्तर 208.66 मीटर पहुंच गया था। उस वक्त दिल्ली के कश्मीरी गेट, सिविल लाइन, आउटर रिंग रोड समेत कई क्षेत्रों में पानी भर गया था। कई दिनों तक पानी भरा रहा था। वर्ष 1978 के बाद दिल्ली में बाढ़ आई थी। 2023 में यमुना का जल स्तर रिकार्ड 208.66 मीटर दर्ज किया गया था। 1978 के बाद अभी तक का यह सबसे अधिक जल स्तर है।
किस वर्ष कितना अधिक रहा जल स्तर
वर्ष | जल स्तर (मीटर में) |
---|---|
1978 | 207.49 |
1988 | 206.92 |
2013 | 207.32 |
2023 | 208.66 |
नोट : (जल स्तर मीटर में)
ऐसे बढ़ता गया जल स्तर
समय | जल स्तर (मीटर में) |
---|---|
सुबह 8:00 बजे | 204.80 |
सुबह 9:00 बजे | 204.94 |
सुबह 10:00 बजे | 205.03 |
दोपहर 1:00 बजे | 205.31 |
शाम 5:00 बजे | 205.51 |
शाम 6:00 बजे | 205.55 |
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