दिल्ली से सटे गाजियाबाद में घायल मोरनी की ऐसी बची जान, पढ़िए- पूरा मामला
मुर्गी और कुत्ते के बाद घायल मोरनी की सूचना पर पहुंची डायल-100 पीआरवी ने उसे पक्षी अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई। घटना बृहस्पतिवार दोपहर कमला नेहरूनगर की है।
गाजियाबाद, जेएनएन। मुर्गी और कुत्ते के बाद घायल मोरनी की सूचना पर पहुंची डायल-100 पीआरवी ने उसे पक्षी अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाई। घटना बृहस्पतिवार दोपहर कमला नेहरूनगर की है। फिलहाल मोरनी की तबीयत ठीक है और डॉक्टरों का कहना है कि जल्द ही उसे डिस्चार्ज कर छोड़ दिया जाएगा।
पीआरवी-2154 पर तैनात हेड कॉन्सटेबल संतोष यादव ने बताया कि बृहस्पतिवार दोपहर कमला नेहरूनगर स्थित नेशनल ड्रग डिपेंडेंसी एंड ट्रेनिंग सेंटर (एनडीडीटीसी) से 100 नंबर पर सूचना मिली थी कि एक मोरनी घायल अवस्था में सेंटर की छत पर मिली है।
पीआरवी-2154 मौके पर पहुंची तो मोरनी की आंख के पास गहरा घाव था। इससे लगातार खून निकल रहा था। पीआरवी चालक रिषी ने बताया तुरंत कविनगर स्थित पार्श्वनाथ पंछी अस्पताल में मोरनी को भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
इससे पहले कविनगर में मुर्गी चोरी होने की सूचना पर पहुंची पीआरवी ने मुर्गी को 15 मिनट में ढूंढ़ लिया था, जबकि बीते दिनों लखनऊ में कार से हुए एक्सिडेंट के बाद घायल कुत्ते को डायल-100 पुलिस ने नजदीकी अस्पताल में भर्ती करा जान बचाई थी। एसपी सिटी श्लोक कुमार ने पीआरवी के इस काम की सराहना की।