नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। श्रद्धा वालकर को न्याय दिलाने के लिए आयोजित बेटी बचाओ महापंचायत के मंच पर मंगलवार को हंगामा हो गया। एक महिला ने अपनी ही बेटी के ससुर को मंच पर चप्पलों से पीटना शुरू कर दिया। महिला की बेटी ने पीड़ित के बेटे के साथ 22 नवंबर को परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ मंदिर में शादी की है। इसे लेकर महिला नाराज थी।
महरौली इलाके के छतरपुर में हिंदू एकता मंच द्वारा बेटी बचाओ महापंचायत का मंगलवार को आयोजन किया गया था। इसमें विभिन्न हिंदू संगठनों ने भाग लिया। विश्व हिंदू परिषद की तरफ से प्रांतीय मंत्री सुरेंद्र गुप्ता, सह मंत्री नंद किशोर शर्मा के साथ लक्ष्मण, विजेंद्र तंवर, महावीर प्रधान व अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
महापंचायत में जैसे ही महिला ने क्षेत्र के ही सत्यप्रकाश को बोलते देखा तो वह भड़क गई और मंच पर चढ़कर चप्पल से पिटाई करनी शुरू कर दी।
आर्य समाज मंदिर में दोनों ने की थी शादी
पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि 22 नवंबर को आरोपित महिला की बेटी सत्यप्रकाश के बेटे के साथ चली गई थी। इसके बाद आर्य समाज मंदिर में दोनों ने शादी कर ली थी और शादी का प्रमाण-पत्र भी उनके पास है। महिला ने 24 नवंबर को बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद महिला को शादी के बारे में जानकारी दे दी गई है।
जिहादी मानसिकता के लोगों बचानी हैं बेटियां
प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने बताया इस सभा में पुलिस और प्रशासन का सहयोग नहीं रहा, फिर भी समाज में हाल की घटनाओं के चलते आक्रोश के कारण हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए। आफताब ने कहा है कि उसे अपनी करतूत पर कोई अफसोस नहीं है। इस तरह की जिहादी मानसिकता के लोगों से हिंदू समाज को अपनी बेटियों को बचाना होगा।
दिल्ली: छतरपुर में हिंदू एकता मंच के कार्यक्रम 'बेटी बचाओ महापंचायत' के दौरान एक महिला ने एक व्यक्ति की मंच पर चप्पल से पिटाई की। @JagranNews #ShraddhaWalkar pic.twitter.com/WOhyld5faH
— Abhishek Tiwari (@abhishe_tiwary) November 29, 2022
बता दें कि इस मंच पर आफताब और श्रद्धा के मामले को लेकर बेटियों को जागरूक करने के लिए चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि आफताब पूनावाला नाम के शख्स पर आरोप है कि उसने मई महीने में दिल्ली के छतरपुर इलाके में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या के बाद उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर दिए। इसके बाद शव के टुकड़े फ्रिज में रखकर महीनों तक रात में उन्हें ठिकाने लगाता रहा।
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