सुनीता केजरीवाल ने महारैली में नेताओं से क्यों मांगी माफी? रामलीला मैदान से शुरू की है दिल्ली के मुख्यमंत्री की पत्नी ने राजनीतिक पारी
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा आबकारी घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिए जाने के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल रविवार को रामलीला मैदान में आयोजित हुई महारैली में विकल्प के रूप में नजर आईं। उन्होंने आई. एन. डी. आई गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ पहली बार मंच साझा किया।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा आबकारी घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिए जाने के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल रविवार को रामलीला मैदान में आयोजित हुई महारैली में विकल्प के रूप में नजर आईं। उन्होंने आई. एन. डी. आई गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ पहली बार मंच साझा किया।
अपनी बात कहने के साथ ही केजरीवाल का संदेश और छह गारंटियां भी मंच से पढ़कर सुनाईं। उनके अलावा दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने भी मंच से भाजपा की केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला। 2011 के अन्ना आंदोलन से अरविंद केजरीवाल ने भी इसी मैदान से अपनी पहचान बनाई थी।
जब बोलने के लिए खड़ी हुईं सुनीता केजरीवाल
सुनीता केजरीवाल जब बोलने के लिए खड़ी हुईं तो रैली में शामिल भीड़ ने नारे लगाकर उनके हक में समर्थन जताया। सुनीता केजरीवाल ने देशवासियों से कहा कि देश के अंदर यह तानाशाही नहीं चलने देंगे। हम सभी एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ेंगे और जीतेंगे।
उन्होंने दिल्लीवालों से कहा कि आपके केजरीवाल शेर हैं। वो देश के करोड़ों लोगों के दिल में बसते हैं। ये लोग ज्यादा दिन तक उनको जेल में नहीं रख पाएंगे। इस दौरान उनके द्वारा पूछे जाने पर जनता ने कहा कि केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए।
सीएम केजरीवाल का सुनाया संदेश
सुनीता केजरीवाल ने अरविंद केजरीवाल का संदेश सुनाया और कहा कि सीएम ने कहा है कि मैं यहां जेल में हूं। यहां सोचने के लिए काफी समय मिलता है। रात को टूट-टूट कर नींद आती है। सीएम ने अपने संदेश में कहा कि मैं यहां जेल में स्वस्थ्य हूं। पूरी उर्जा से भरा हूं। इस गिरफ्तारी ने मेरे हौंसलों को और मजबूत किया है। आपकी दुआएं और आशीर्वाद मुझे लगातार मिल रहे हैं। ऊपर वाला हमारे साथ है।
उन्होंने कहा कि सीएम ने कहा है कि भारत मां के लिए सोचता हूं। भारत मां बहुत दुखी हैं, भारत मां दर्द में हैं और दर्द से कराह रहीं हैं। जब महंगाई के कारण लोगों को दो वक्त की रोटी नसीब नहीं होती है, तो भारत मां को बहुत दुख होता है। जब भारत मां के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलती है, आजादी के 75 बाद भी लोग इलाज के बिना मर जाते हैं, तो भारत मां बेबस और लाचार महसूस करती हैं।
अपने करियर की पहली राजनीतिक रैली में अपने पहले भाषण में सुनीता ने लोगों से यह भी पूछा कि क्या केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रही है। क्या उन्हें इस्तीफा देना चाहिए? क्या उनकी गिरफ्तारी उचित है?
इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल की देश के नाम छह गारंटी को भी सुनीता केजरीवाल ने पढ़कर बताया।अपने संदेश में केजरीवाल ने जनता को जो छह गारंटी दी, इसके लिए आई. एन. डी. आई. गठबंधन के सभी सदस्यों से माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि क्योंकि यह एलान करने से पहले मैंने उनकी अनुमति या सहमति नहीं ली।जेल में हूं, इसलिए यह सहमति लेना संभव नहीं था। यह सभी छह गारंटी हम पांच साल में पूरी करेंगे।
ये हैं केजरीवाल की छह गारंटी
- पूरे देश में 24 घंटे बिजली का इंतजाम करेंगे। कहीं कोई पावर कट नहीं होगा।
- पूरे देश में गरीबों की बिजली फ्री करेंगे।
- हर गांव-हर मोहल्ले में शानदार सरकारी स्कूल बनाएंगे।
- हर गांव, मोहल्ले में मोहल्ला क्लीनिक और हर जिले में मल्टी स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल बनेंगे। फ्री इलाज होगा।
- किसानों को स्वामीनाथन आयोग के मुताबिक एमएसपी निर्धारित करके उनके फसलों का पूरा दाम मिलेगा।
- दिल्ली के लोगों ने 75 साल से अन्याय सहा है।देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा दिल्लीवालों के अधिकार बेहद कम हैं। उनकी चुनी हुई सरकार पंगु है। यह अन्याय हम समाप्त करेंगे।दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाएंगे।
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