'10 दिन हो गए, अब तक दिल्ली को क्यों नहीं मिला नया CM', AAP ने BJP पर उठाए सवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी ने जनता के करीब जाने की रणनीति बनाई है। पार्टी का कहना है कि भाजपा ने चुनाव आयोग धन बल और छल का खुलकर इस्तेमाल किया है। इसके बाद भी दिल्ली के 43.6 प्रतिशत मतदाता आज भी अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े हैं। वहीं भाजपा को 45.6 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बुरी तरह पराजित हो जाने को जनता का फैसला मान कर आम आदमी पार्टी फिर जनता के करीब जाएगी। आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक और पूर्व मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश संगठन मंत्री और जिलाध्यक्षों के साथ अहम बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की। उन्होंने कहा कि सदन के अंदर आप के विधायक और सड़क पर पार्टी का संगठन दिल्ली की जनता के हितों के लिए लड़ेगा।
उन्होंने कहा कि हम भाजपा की हर जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे और दिल्लीवालों से किए सारे वादे पूरे करने के लिए उस पर दबाव बनाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव आयोग, धन, बल और छल का खुलकर इस्तेमाल किया है। इसके बाद भी दिल्ली के 43.6 प्रतिशत मतदाता आज भी अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े हैं। वहीं भाजपा को 45.6 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया। यानी भाजपा को आप से केवल दो प्रतिशत वोट ज्यादा मिले।
10 दिन बाद भी दिल्ली को नहीं मिला सीएम: आप
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली चुनाव के नतीजे आए दस दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक भाजपा दिल्लीवालों को मुख्यमंत्री नहीं दे पाई है। मुख्यमंत्री को लेकर खींचतान का आरोप लगाते हुए आप की वरिष्ठ नेता और कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा में अंदरूनी कलह के कारण दस दिन बाद भी दिल्ली को मुख्यमंत्री नहीं मिल पाया है। वहीं आप के नेता अवध ओझा ने अलग प्रेसवार्ता कर कहा कि इससे यह साफ हो गया है कि भाजपा के पास कोई सीएम चेहरा नहीं है।
वीरेंद्र सचदेवा ने किया पलटवार
वहीं, दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद जब उन्हें मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था, उस समय उन्होंने अपने कार्यालय में एक खाली कुर्सी रखकर इस पद की गरिमा गिराई थी। उसके बाद केजरीवाल ने उन्हें बार-बार अस्थायी मुख्यमंत्री कहकर इस पद का अपमान किया था। अब कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनने के बाद आतिशी अनुचित बयानबाजी कर रही हैं।
सचदेवा ने कहा कि आतिशी को नए मुख्यमंत्री के पद संभालने की चिंता हो रही है। जब केजरीवाल पांच माह जेल में थे और इस पद को संभालने वाला कोई नहीं था उस समय उन्होंने इसकी चिंता क्यों नहीं की।
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