घर नाम नहीं कराया तो पति ने दिव्यांग पत्नी को जिंदा जलाया, बेटी ने पुलिस के सामने खोला राज; कहा- पापा ने मम्मी को मार डाला
Delhi Crime News मृतका दिल्ली नगर निगम स्कूल में शिक्षिका थी। आरोपी पति ने पहले पुलिस को गुमराह करने के लिए गैस पाइपलाइन से रिसाव के कारण आग लगने की झूठी कहानी गढ़ी।मामले में पुलिस ने पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस आग में आरोपी पति भी झुलस गया है जिसका अस्पताल में इलाज जारी है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बेगमपुर थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह पति ने अपनी पत्नी पर केरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा दी। जिससे महिला बुरी तरह से झुलस गई। आनन-फानन में महिला को पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां महिला की मौत हो गई।
मृतका दिल्ली नगर निगम स्कूल में थी अध्यापिका
मृतका दिल्ली नगर निगम स्कूल में शिक्षिका थी। आरोपी पति ने पहले पुलिस को गुमराह करने के लिए गैस पाइपलाइन से रिसाव के कारण आग लगने की झूठी कहानी गढ़ी। लेकिन, दपंती की 12 वर्षीय बेटी ने पुलिस को बताया कि उनके पिता ने ही उनकी मां को जिंदा जलाकर मार डाला।
वारदात में दोनों बेटियां व आरोपी भी झुलसा
इस मामले में पुलिस ने पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस आग में आरोपी पति भी झुलस गया है, जिसका अस्पताल में इलाज जारी है। रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह ने बताया कि बीते सोमवार मार्च की सुबह सात बजे बेगमपुर थाना पुलिस को जानकारी मिली कि जैन नगर स्थित एक मकान में आग लग गई है, जहां कुछ लोग फंसे हुए हैं। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। जहां अंदर से घर का मुख्य दरवाजा बंद मिला।
इस बीच मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने पहले आग पर काबू पाया। जिसके बाद पुलिस टीम घर के अंदर दाखिल हुई। जहां गंभीर रूप से जली हुई एक महिला बदहवास हालत में मिली। घायल को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया।
इस बीच पुलिस को एक अन्य अस्पताल से जानकारी मिली कि महिला का पति व उनकी दो बेटियां भी इस आग से झुलस गए हैं। पुलिस टीम तुरंत अस्पताल पहुंची। जहां अस्पताल में भर्ती मृतका की बेटी ने बताया कि उनके पिता ने ही उनकी मां से झगड़ा करने के बाद केरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा दी। पुलिस ने इस मामले हत्या की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मकान अपने नाम कराना चाहता था आरोपी
आशीष का आरोप है कि पिछले एक महीने से वह ज्योति के साथ मारपीट कर रहा था। ज्योति ने हाल में आपनी वेतन के पैसों से जैन नगर स्थित अपने घर के पास ही जमीन खरीदकर मकान बनवाई थी। जिसमें किरायेदार को रखा हुआ था। यह दोनों मकान ज्योति के नाम पर ही था। आरोपी ज्योति पर लगातार दोनों घर अपने नाम पर करवाना चाहता था। जिसके लिए मृतका तैयार नहीं थी।
पहले केंद्रीय विद्यालय, फिर एमसीडी स्कूल में लगी थी नौकरी
मृतका के भाई कंझावला निवासी आशीष डबास ने बताया कि उनकी 39 वर्षीय बहन ज्योति की पहली नौकरी पठान कोट स्थित एक केंद्रीय विद्याल में लगी थी, साल 2005-06 में उनकी नौकरी कराला स्थित एमसीडी स्कूल में शिक्षिका के तौर पर चयनित हो गईं।
ज्योति की शादी साल 2009 में झज्जर निवासी राजवीर से हुई थी। शादी से पहले ही हमने बहन को जैन नगर में एक घर गिफ्ट किया था। जहां शादी के तुरंत बार इस घर में पति के साथ रहने लगीं। राजवीर शादी के समय डीटीसी में कंडक्टर था। लेकिन समय-समय काम बदलता रहता था।
पूरा परिवार आग से झुलसा
आरोपी जैसे ही ज्योति को आग लगाने की कोशिश की, वह शोर मचाने लगी। अपने कमरे में सो रही दोनों बेटियां 12 वर्षीय अविका और डेढ़ साल की अंशु भी उठ गई। भागकर मां के पास जाने लगी, जिसमें दोनों बहनें भी झुलस गई।
वहीं आग की लपटों में घिरा राजवीर बाहर दौड़ता हुआ आया और लोगों से कहा कि आईजीएल पाइप में रिसाव से आग लग गई है। आरोपी राजवीर 40 फीसदी झुलस गया है। जिसका अभी इलाज जारी है। जिसपर पुलिस की टीम नजर बनाई हुई है।

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