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    Delhi Shishtachar Squad: क्या है दिल्ली पुलिस का शिष्टाचार स्क्वॉड और कैसे करेगा काम? मनचलों पर कसेगा शिकंजा

    Updated: Tue, 18 Mar 2025 10:37 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश के एंटी रोमियो स्क्वॉड की तर्ज पर Delhi में Shishtachar Squad बनाया जा रहा है। यह स्क्वॉड मनचलों पर शिकंजा कसेगा। इस स्क्वॉड को राजधानी के सभी संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाएगा। हर जिले में कम से कम दो विशेष दस्ते तैनात किए जाएंगे। इन दस्तों में एक इंस्पेक्टर एक सब-इंस्पेक्टर चार महिला पुलिस अधिकारी और पांच पुरुष पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे।

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    मनचलों पर पुलिस की रहेगी खास नजर। प्रतीकात्मक तस्वीर सौ.- freepik

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सड़कों पर महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती रही है। महिलाओं की ओर से आए दिन छेड़छाड़ और उत्पीड़न की शिकायतें आती रहती हैं, लेकिन अब सड़कों पर घूमने वाले मनचलों पर शिकंजा कसने के लिए दिल्ली में एंटी ईव टीजिंग स्क्वॉड तैनात किए जाएंगे, जिसे 'शिष्टाचार स्क्वॉड' (Delhi Shishtachar Squad) नाम दिया गया है।

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    एंटी रोमियो स्क्वॉड की तर्ज पर होगा ‘ईव टीजिंग स्क्वाड’

    यह स्क्वॉड उत्तर प्रदेश के एंटी रोमियो स्क्वॉड की तर्ज पर बनाया जा रहा है और इसे राजधानी के सभी संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाएगा। सीनियर अधिकारियों के अनुसार, महिलाओं की सुरक्षा के लिए जोखिम पैदा करने वाले हॉटस्पॉट और कमजोर क्षेत्रों की पहचान करेंगे।

    जिले के डीसीपी की ओर से पहचाने गए ऐसे क्षेत्रों की सूची महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष पुलिस इकाई (एसपीयूडब्ल्यूएसी) के डीसीपी के साथ साझा करनी होगी।

    तैनाती रोस्टर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी), महिलाओं के खिलाफ अपराध (सीएडब्ल्यू) इकाइयों की ओर से तैयार किया जाएगा और साप्ताहिक आधार पर डीसीपी एसपीयूडब्ल्यूएसी की ओर से अनुमोदित किया जाएगा। दस्ते में अपराधियों की पहचान करने और उन्हें रोकने के लिए सादे कपड़ों में महिला पुलिस अधिकारी भी तैनात होंगी।

    ऐसे काम करेगा स्क्वॉड

    • हर दस्ते को रोजाना दो संवेदनशील इलाकों में गश्त करनी होगी।
    • सप्ताहभर के दौरान सभी हॉटस्पॉट कवर करने होंगे।
    • हर जिले का पुलिस उपायुक्त इन दस्तों की निगरानी करेगा।
    • जिला एसीपी व सीएडब्ल्यू सेल के अधिकारी इनकी तैनाती की रूपरेखा तैयार करेंगे।

    सतर्कता बढ़ाने और अधिक संवेदनशील स्थानों की पहचान करने के लिए आरडब्ल्यूए और स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ सहयोग का सुझाव देते हुए दस्ते पीड़ितों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करेंगे। ये दस्ते बस स्टैंड, मेट्रो स्टेशन, बाजार, पार्क, स्कूल-कालेज के आसपास और अन्य संवेदनशील इलाकों में सक्रिय रहेंगे।

    हर जिले में होगा शिष्टाचार स्क्वॉड

    दिल्ली के पुलिस कमिश्नर के आदेशानुसार हर जिले में कम से कम दो विशेष दस्ते तैनात किए जाएंगे। इन दस्तों की जिम्मेदारी महिलाओं के खिलाफ छेड़छाड़ और अन्य अपराधों को रोकना और अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करनी होगी।

    इन दस्तों में एक इंस्पेक्टर, एक सब-इंस्पेक्टर (पुरुष/महिला-प्रत्यक्ष), चार महिला पुलिस अधिकारी (हवलदार/सिपाही/एएसआई), पांच पुरुष पुलिस अधिकारी (हवलदार/सिपाही/एएसआई) तैनात रहेंगे।

    इसके अलावा तकनीकी सहायता के लिए आवश्यकतानुसार विशेष स्टाफ/एएटीएस से एक पुलिसकर्मी को दस्ते के साथ रखा जाएगा। प्रत्येक दस्ते को एक चार पहिया वाहन और पर्याप्त दो पहिया वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे।

    महिला पुलिसकर्मियों की होगी स्कवाड में अहम भूमिका

    दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के अनुसार, दस्तों को यह अधिकार दिया गया है कि वे संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करें। अगर कोई व्यक्ति छेड़छाड़ या महिलाओं के साथ बदसलूकी करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    महिला पुलिसकर्मी भी इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, ताकि पीड़ित महिलाएं बिना झिझक अपनी शिकायत दर्ज करा सकें।