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    क्या है आबकारी घोटाला जिसकी जद में आए AAP के बड़े नेता? केजरीवाल को छोड़नी पड़ी CM की कुर्सी

    Updated: Mon, 16 Sep 2024 08:13 AM (IST)

    अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बीते रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वह 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि 17 सितंबर को ही विधायक दल की बैठक होगी। इसमें नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लिया जाएगा। दिल्ली सीएम को आबकारी घोटाला में सुप्रीम कोर्ट से 13 सितंबर को जमानत मिली थी।

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    ... आबकारी घोटाले में झुलस गई आप। (फोटो- सोशल मीडिया)

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर कई आरोप लगे मगर आबकारी घोटाला ऐसा मामला है, जिसने आम आदमी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है। मनीष सिसोदिया के साथ साथ केजरीवाल भी इसी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांच माह से अधिक समय तक जेल में रहे और दोनों को कई नाकाम कोशिशों के बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल सकी है। उस पर भी कोर्ट ने प्रतिबंध लगाए हैं।

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    क्या है आबकारी घोटाला?

    आइये डालते हैं इस पर एक नजर। बात मार्च 2021 की है, जब दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति लागू की। सरकार ने इस नीति से राजस्व बढ़ने का दावा किया था। नीति लागू कर दी गई। दिल्ली वालों को सस्ते में शराब मिल रही थी। उस साल मार्च आते-आते आधे दाम पर भी लोगों को शराब मिली थी।

    इस नीति में एक नया प्रयोग यह किया गया था कि शराब बेचने का काम निजी कंपनियों को सौंपा गया था। यही वह मुद्दा था जो आने वाले दिनों में केजरीवाल ही नहीं पूरी आम आदमी पार्टी के लिए परेशानी बना। हालांकि आप हमेशा ही इसे फर्जी घोटाला बताती रही। पार्टी का दावा है कि इस मामले में जांच एजेंसियों को आज तक एक भी सुबूत नहीं मिला है।

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    एलजी ने की थी मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश

    एलजी वीके सक्सेना को मिली शिकायतों पर उस समय के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने मामले की जांच की। उन्होंने एलजी को सौंपी रिपोर्ट में इसमें बड़े घोटाले की बात कही और यहीं से यह मामला बढ़ता चला गया। 22 जुलाई 2022 को एलजी ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी।

    27 सितंबर 2022 को हुई पहली गिरफ्तारी

    सीबीआई ने प्राथमिकी कर जांच शुरू की और केजरीवाल के करीबी माने जाने वाले मीडिया प्रभारी विजय नायर को 27 सितंबर 2022 को गिरफ्तार कर लिया। यह मामले में पहली गिरफ्तारी थी। इसके बाद कई शराब कारोबारी गिरफ्तार हुए। 26 फरवरी 2023 को सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को नौ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।

    इसके बाद ईडी ने चार अक्टूबर 2023 को संजय सिंह को लंबी पूछताछ के बाद उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने इस साल 21 मार्च को आप और दिल्ली सरकार के ऊपरी पायदान पर विराजमान अरविंद केजरीवाल को भी गिरफ्तार कर लिया।

    आप सरकार पर लगे घोटालों के आरोपों की याद दिलाएगी भाजपा

    आबकारी घोटाले में जेल से बाहर आने के अचानक दो दिन बाद इस्तीफा देने की घोषणा के बाद भाजपा ने भी पटाक्षेप की तैयारी कर ली है। भाजपा ने अब कार्यकर्ताओं को कहा कि घर-घर जाकर वह आप सरकार में आबकारी घोटाले से लेकर टैंकर से लेकर मोहल्ला क्लीनिक, अस्पताल, दवा आदि में हुए घोटालों को एक बार फिर जनता के बीच लेकर जाएं।

    भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को कहा है कि जनता में क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान न होना और आप सरकार में घोटाले होने से जनता परेशान है। ऐसे में जनता को आप सरकार के घोटालों को पुन: याद दिलाएं और जनता को जागरूक करें।

    हम हर चुनाव के लिए तैयार- वीरेंद्र सचदेवा

    दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि भाजपा 24 घंटे सातों दिन काम करने वाली पार्टी है। हम हर चुनाव के लिए तैयार रहते हैं। हमारी हर विधानसभा में प्रत्याशी भी तैयार हैं। जब भी चुनाव होंगे भाजपा चुनाव जीतकर सरकार बनाएगी। उन्होंने एक कार्यकर्ताओं की बैठक में आह्वान किया कि अरविंद केजरीवाल हों, मनीष सिसोदिया या पूरी आम आदमी पार्टी यह भ्रष्टाचार छुपाने के मास्टर हैं।

    जेल का जवाब वोट से अभियान लोकसभा में आप ने चलाया था, लेकिन दिल्ली की जनता ने शून्य सीट दी। ऐसे में जनता की अदालत में पहले ही निर्णय हो सका है। बस अब जनता को फिर से आप सरकार के घोटालों को बताएं और घर-घर जाकर आप सरकार के कुशासन की पोल खोलें।