Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस के जश्न में बाधा नहीं बनेगा जलभराव, यूं चंद मिनटों में निकाला जाएगा भरा हुआ पानी

    Updated: Tue, 13 Aug 2024 09:51 AM (IST)

    हर साल दिल्ली में मानसून के सीजन में जलभराव की समस्या होती है। इसी के तहत 15 अगस्त को लाल किले के प्राचीर से देशवासियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। ऐसे में जलभराव समस्या ना बनें। इसको देखते हुए 6 पंप लाल किले में आयोजन स्थल के आस-पास लगाए गए हैं। जो 6000 से 7000 लीटर पानी एक मिनट में निकाल सकते हैं।

    Hero Image
    स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान वर्षा के कारण जलभराव ना हो पाए इसके लिए लगाए गए पानी निकासी पंप।

    नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। इस मानसून में जलभराव से दिल्ली वालों को भारी नुकसान व दुर्घटनाओं से छात्रों समेत अन्य की मौतों से राष्ट्रीय राजधानी की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फजीहत हुई है। ऐसे में चिंता अब स्वतंत्रता दिवस को लेकर बढ़ गई है, क्योंकि देश का सबसे बड़ा आयोजन मध्य दिल्ली के लालकिले पर होता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जहां, 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ध्वजारोहण के बाद देशवासियों को संबोधित करेंगे। इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार 11वीं बार ध्वजारोहण के बाद देशवासियों को लालकिले की प्राचीर से संबोधित करेंगे

    ऐसे में अगर वहां ठीक उत्सव के वक्त जलभराव होता है तो न सिर्फ आयोजन अस्त-व्यस्त होगा। जिससे वहां मौजूद हजारों लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, बल्कि देश की छवि को गहरा धक्का पहुंचेगा।

    जिसे देखते हुए सिविक एजेंसियों ने कमर कस ली है। इस आयोजन की तैयारियों में केंद्र सरकार के मंत्रालयों के साथ ही दिल्ली सरकार की पीडब्ल्यूडी व जल बोर्ड तथा एमसीडी भी जुटी हुई है।

    पहली बार लाल किले पर डी-वाटरिंग पंप

    पहली बार लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस आयोजन को लेकर बड़े बड़े डी-वाटरिंग पंप लगाए गए हैं ताकि 15 अगस्त को उत्सव के दौरान वर्षा में जलभराव की हर स्थिति से निपटा जा सके। इनकी संख्या छह से अधिक बताई जा रही है, जो आयोजन स्थल के चारों ओर लगाए गए हैं।

    इन पंपों को बड़ी-बड़ी अस्थाई पाइप लाइनों के जरिए लालकिला के सीवर तथा बाहर के ड्रेनेज को आपस में जोड़ा गया है ताकि, जलभराव की स्थिति में तत्काल ही उनका इस्तेमाल कर लालकिले को सुखाया जा सके। इन पंपों को चलाने के लिए कर्मी तैनात कर दिए गए हैं।

    मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि 15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व है। सभी एजेंसियां सतर्क है। वैसे, लालकिले में जलभराव नहीं होता है। फिर भी अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए यह सारे इंतजाम किए गए हैं।

    लगाई गई ग्रिल

    इसी तरह लालकिले के सामने सुभाष मार्ग चौराहे पर डिवाइडर वाले स्थान पर ग्रिल लगाकर यातायात को मुड़ने से रोका गया है। हालांकि, इसके चलते लोग ऊंची डिवाइडर से छलांग लगाकर सड़क पार करते दिख रहे हैं। जबकि फुटपाथ पर भी ग्रिल लगाकर लोगों को आने-जाने का रास्ता बनाया गया है।

    ओल्ड राजेंद्र नगर में डूबकर हो गई थी तीन छात्रों की मौत

    इस मानसून में सबसे भयावह दुर्घटना ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई जहां, पिछले माह सड़क का पानी एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट स्थित लाइब्रेरी में भर जाने से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की डूबकर मौत हो गई थी।

    यह भी पढ़ें: Exclusive Interview: किन मुद्दों पर होगा दिल्ली का चुनाव? जमानत के बाद Manish Sisodia का पहला धमाकेदार इंटरव्यू