दिल्ली की एक सोसायटी ने जल संरक्षण की अनूठी पहल, अब हर साल बचेगा लाखों लीटर पानी
दिल्ली की एक सोसायटी ने जल संरक्षण की अनूठी पहल की है। सोसायटी वर्षा जल संचयन तकनीक का उपयोग करके हर साल लाखों लीटर पानी भूजल में भेज रही है। रेन गार्डन और बच्चों की ब्लू आर्मी जैसे उपायों से पानी की बर्बादी को रोका जा रहा है और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है। यह पहल जल संकट से निपटने में मददगार साबित हो रही है।

अमित भाटिया, साउथ दिल्ली। एक तरफ दिल्ली के कई इलाकों में लोग जल संकट से परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ बारिश के दौरान सड़कों पर जलभराव की समस्या से भी जूझना पड़ता है। इन दोनों समस्याओं के समाधान के लिए साउथ दिल्ली की एक सोसायटी ने अनूठी पहल की है।
इसने न सिर्फ पानी की एक-एक बूंद बचाकर जल संरक्षण की दिशा में सार्थक प्रयास किया है, बल्कि सोसायटी में भूजल स्तर को भी संरक्षित किया जा रहा है। इस पहल के जरिए वसंत कुंज स्थित संतुष्टि अपार्टमेंट सोसायटी हर साल करीब 40 लाख लीटर पानी भूजल में भेज रही है। खास बात यह है कि इस मुहिम में बच्चे भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
वर्षा जल को संरक्षित करने के लिए फोर्स संस्था के सहयोग से पांच साल पहले काम शुरू किया गया था। इसके लिए सोसायटी में चार रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और चार रेन गार्डन तैयार किए गए। रेन गार्डन में क्यारियों को गहरा करके छोटे-छोटे तालाबों का रूप दिया गया।
साथ ही कच्ची बरसाती नालियां बनाकर आस-पास की सड़कों से पानी का बहाव फूलों की क्यारियों की ओर मोड़ दिया, ताकि बारिश का पानी सड़कों पर बहने की बजाय वहां एकत्र हो जाए और धीरे-धीरे जमीन में समा जाए। इससे न सिर्फ पानी की बर्बादी रुकती है, बल्कि इलाके का भूजल स्तर भी बना रहता है।
बच्चों की ब्लू आर्मी ने संभाली कमान
वर्षा जल संचयन तकनीक और रेन गार्डन जैसे उपायों के साथ ही सोसायटी के निवासी सामाजिक जागरूकता प्रयासों में भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। सोसायटी में करीब 11 सौ परिवार रहते हैं। सभी परिवारों ने जमीन के अंदर पानी की टंकियां बनाई हुई हैं, जिन्हें वे मोटर से भरते हैं और फिर जरूरत के हिसाब से छत पर रखी टंकियों में पानी डाला जाता है।
अक्सर लोगों की जमीन के अंदर टंकियां भर जाती थीं, लेकिन कोई मोटर बंद करने पर ध्यान नहीं देता था। इससे पानी की बर्बादी होती थी। ऐसे में सोसायटी के बच्चों की ब्लू आर्मी बनाई गई है, जो सोसायटी के अंदर ओवरफ्लो हो रही पानी की टंकियों पर नजर रखती है और लोगों को सचेत करती है।
स्नेहलता राठी ने बताया कि बच्चों को इस अभियान से जोड़ने का उद्देश्य न केवल जल संरक्षण करना है, बल्कि अगली पीढ़ी में जल संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी का भाव पैदा करना भी है।
हमारी थोड़ी सी जागरूकता से जल संकट को काफी हद तक कम किया जा सकता है। शुरुआत में यह काम थोड़ा मुश्किल था, लेकिन अब स्थानीय लोगों के सहयोग से यह अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। पानी की बर्बादी रोकने के लिए हर छोटा-बड़ा कदम हमारी जीवनशैली का हिस्सा बन गया है।
- स्नेहलता राठी, अध्यक्ष, आरडब्ल्यूए संतुष्टि अपार्टमेंट
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