सच के साथी सीनियर्स: दिल्ली के वसंत कुंज में सीनियर सिटिजन फोरम इंडिया के वरिष्ठ नागरिकों को मिली फैक्ट चेकिंग की ट्रेनिंग
दिल्ली के वसंत कुंज के नर्मदा आरडब्ल्यूए के कम्युनिटी सेंटर में वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्हें डिजिटल फ्रॉड के बारे में जागरूक किया गया। इसके अलावा उन्हें फेक न्यूज मिस-इन्फॉर्मेशन और डिस-इन्फॉर्मेशन की पहचान के तरीकों के बारे में बताया। सच के साथी सीनियर्स अभियान के तहत कई राज्यों में लोगों को डिजिटल फ्रॉड को लेकर जागरूक करना है।

नई दिल्ली। विश्नास न्यूज के मीडिया साक्षरता अभियान 'सच के साथी सीनियर्स' का मीडिया साक्षरता अभियान जारी है। इसी क्रम में आज नई दिल्ली के वसंत कुंज के वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उन्हें डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के तरीकों के साथ फेक न्यूज को पहचानने और उससे बचाव की जानकारी दी गई।
वसंत कुंज के नर्मदा आरडब्ल्यूए के कम्युनिटी सेंटर में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वास न्यूज की डिप्टी एडिटर देविका मेहता और फैक्ट चेकर शरद प्रकाश अस्थाना ने वरिष्ठ नागरिकों को फैक्ट चेकिंग की बुनियादी जानकारी के बारे में प्रशिक्षित किया।
मिस-इन्फॉर्मेशन और डिस-इन्फॉर्मेशन के बताए दुष्प्रभाव
मेहता ने वेबिनार में शामिल लोगों को मिस-इन्फॉर्मेशन और डिस-इन्फॉर्मेशन की पहचान के तरीकों के बारे में विस्तार से बताते हुए इसके दुष्प्रभाव और बचाव के तरीके बताए। वहीं, अस्थाना ने डिजिटल सेफ्टी और डीपफेक से बचाव के तरीकों के साथ फैक्ट चेकिंग टूल्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे कोई सामान्य व्यक्ति अपने मोबाइल के जरिए वायरल या संदिग्ध दावों की जांच कर सकता है।
फैक्ट चेकिंग के बुनियादी प्रशिक्षण के अलावा कार्यक्रम में शामिल लोगों को डिजिटल सुरक्षा, वोटर जागरूकता, वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव और जेनेरेटिव एआई के बेहतर इस्तेमाल और डीपफेक से बचाव के उपायों के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद एनजीओ सीनियर सिटिजन फोरम इंडिया की संस्थापक खुशी गुप्ता ने इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विश्वास न्यूज का आभार जताते हुए कहा, "आज के समय में ऐसे कार्यक्रमों की जरूरत पहले से ज्यादा है, क्योंकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए खतरा पहले से कहीं ज्यादा हैं और उनके साथ अक्सर डिजिटल फ्रॉड जैसी घटनाएं होती हैं। इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन की वजह से हमें अपने देश की बुजुर्ग आबादी की हिफाजत करने में मदद मिलती है।"
15 राज्यों में कार्यक्रम
दिल्ली के कई स्थानों के अलावा महाराष्ट्र, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कुल 15 राज्यों में इस कार्यक्रम का आयोजन हो चुका है। विश्वास न्यूज इन राज्यों के 50 शहरों में वरिष्ठ और अन्य नागरिकों को मिस-इन्फॉर्मेशन के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रशिक्षित कर रही है।
गूगल न्यूज इनीशिएटिव की पहल पर MICA के सहयोग से विश्वास न्यूज के इस अभियान का उद्देश्य समाज को भ्रामक सूचनाओं से निपटने के लिए तैयार करने के साथ ही उन्हें फैक्ट चेक की बुनियादी जानकारी से रूबरू कराना है। इस अभियान के तहत हाईब्रिड (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से) मोड में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
'सच के साथी-सीनियर्स' अभियान के बारे में
'सच के साथी-सीनियर्स' विश्वास न्यूज का जागरूकता के लिए प्रशिक्षण और मीडिया साक्षरता अभियान है। विश्वास न्यूज जागरण समूह की फैक्ट चेकिंग टीम है, जो अब तक करीब छह करोड़ से अधिक नागरिकों को जागरूकता अभियान से जोड़ चुकी है। विश्वास न्यूज टीम इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क (आईएफसीएन) और गूगल न्यूज इनीशिएटिव के साथ फैक्ट चेकिंग और मीडिया लिटरेसी पर 2018 से काम कर रही है।
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