UPSC 2021 Topper: IAS बनते ही कौन सा कैडर चुनेंगी, किस विभाग में काम करेंगी? पढ़ें, टॉपर श्रुति शर्मा का Exclusive इंटरव्यू
UPSC Topper Shruti Sharma Exclusive Interview श्रुति शर्मा जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आवासीय कोचिंग अकादमी (आरपीए) से परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। ...और पढ़ें

रजनीश पांडेय, दक्षिणी दिल्ली : UPSC CSE 2021 Final Result अनाउंस होते ही जैसे ही दिल्ली की ईस्ट आफ कैलाश निवासी श्रुति शर्मा को पता चला कि उसने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा-2021 में देश में टाप किया है, उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। श्रुति शर्मा जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आवासीय कोचिंग अकादमी (आरपीए) से परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। श्रुति ने परीक्षा की तैयारी, विषयों के चयन और अपने संघर्ष को लेकर जागरण संवाददाता से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश...
-आपने यूपीएससी की परीक्षा में टाप किया है। इसकी सूचना मिलते ही आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या थी? सबसे पहले इस बारे में किसे बताया?
- बहुत खुशी हुई जब ये पता चला कि मेरी पहली रैंक आई है। मैंने सबसे पहले इसके बारे में मां और नानी को बताया। उनकी खुशी का भी ठिकाना नहीं था। इसके बाद मैंने काल करके पापा को इस बारे में जानकारी दी।
परिवार के सभी लोग बहुत खुश हैं।आपकी पढ़ाई की रूटीन क्या था ? पढ़ाई के लिए आप रोजाना कितने घंटे देती थीं?
- मुझे सुबह उठकर पढ़ना ज्यादा अच्छा लगता है, जैसा कि बड़े कहते भी हैं कि सुबह चीजें ज्यादा समझ में आती हैं। कई बार इस रूटीन में बदलाव भी हो जाता था। कई बार रात को देर तक पढ़ने के बाद सुबह पढ़ाई नहीं हो पाती थी। जहां तक पढ़ाई के घंटों की बात है तो घंटें नहीं, बल्कि पढ़ाई की गुणवत्ता पर सफलता निर्भर करती है। सभी को अपनी सुविधा के अनुसार ही रूटीन बनाना चाहिए।
सिविल सेवा परीक्षा के सभी चरण पूरे होने के बाद क्या आपको उम्मीद थी कि आप टाप करेंगी?
- मेंस की परीक्षा तो काफी अच्छी गई थी, लेकिन साक्षात्कार के बाद कहीं न कहीं मैं थोड़ी दुखी थी कि शायद यह उतना अच्छा नहीं गया था, लेकिन बाद में धीरे-धीरे ये लगा कि ओवरआल पूरी परीक्षा ठीक हुई है। टाप करने वाली बात काफी ज्यादा खुशी देने वाली है।
आपके वैकल्पिक विषय क्या थे?
- वैकल्पिक विषय के लिए काफी ज्यादा पढ़ना पड़ता है, इसलिए यह विषय रुचि वाला ही लेना चाहिए। मैंने वैकल्पिक विषय इतिहास को चुना था, क्योंकि स्नातक में भी मैंने इतिहास लिया था और मेरा बैकग्राउंड विषय भी इतिहास रहा है। अगर विषय में आपकी रुचि नहीं है तो ज्यादा स्कोर भी नहीं कर पाएंगे।
आइएएस बनने के बाद आप कौन-सा कैडर चुनना चाहेंगी और किस विभाग में काम करना चाहेंगी?
मेरा मूल निवास उत्तर प्रदेश का बिजनौर जिला है और अन्य भी कई छोटी-छोटी चीजें उत्तर प्रदेश से जुड़ी हुई हैं, इसलिए मैं उत्तर प्रदेश कैडर चुनना चाहूंगी। जहां तक विभाग की बात तो मैं शिक्षा व महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में काम करना चाहूंगी।
क्या तैयारी में आपको इंटरेनट मीडिया से कुछ मदद मिली या फिर इससे आपकी पढ़ाई पर क्या प्रभाव पड़ा? जैसा कि इसके प्रभाव हमेशा चर्चा का विषय रहे हैं?
- इंटरनेट मीडिया कई बार थोड़ा डिस्ट्रैक्टिंग हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि इसके फायदे नहीं है। वाट्सएप और टेलीग्राम पर संबंधित ग्रुप्स पर ढेर सारा स्टडी मैटेरियल आसानी से पढ़ने को मिल जाता है, लेकिन कई बार बहुत ज्यादा स्टडी मैटेरियल हो जाने पर यह चुनाव करना बेहद जरूरी है कि क्या पढ़ना है और क्या छोड़ना है। क्या हमारे उपयोग का है। इसका संतुलित और चयनित उपयोग ही सदुपयोग है।
पढ़ाई के लिए आपके अनुसार कैसा माहौल होना चाहिए?-
इसके लिए सबसे पहले अभिभावक और आपके फ्रेंड सर्कल के सहयोगी होने से काफी सहायता मिलती है। दोस्तों के साथ की कई बार चर्चा करते हुए पढ़ना ज्यादा फायदेमंद होता है।
पढ़ाई के बीच में ब्रेक में आप क्या करती थीं?
- ब्रेक के लिए मैं ज्यादातर कविताएं लिखना व पढ़ना, फिल्में देखना, वाक पर चले जाना इत्यादि पसंद करती हूं। साथ ही दिमाग को थोड़ा रेस्ट देना बेहद जरूरी है।
क्या ये यूपीएससी की परीक्षा के लिए आपका पहला प्रयास था?
- जी नहीं, यह मेरा दूसरा प्रयास था। पहली बार कुछ क्लर्कीयल एरर (परीक्षा के भाषा माध्यम का चयन) होने की वजह से परीक्षा ठीक नहीं हो पाई थी।

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