Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली के दो ऐतिहासिक स्मारकों के खुलने का समय बढ़ा, रात 9 बजे तक खुला रहेगा ये मकबरा

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Mon, 29 Jul 2019 06:39 PM (IST)

    केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने देश भर के 10 ऐतिहासिक स्मारकों के खुलने का समय बढ़ा दिया है। ...और पढ़ें

    Hero Image
    दिल्ली के दो ऐतिहासिक स्मारकों के खुलने का समय बढ़ा, रात 9 बजे तक खुला रहेगा ये मकबरा

    नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने देश भर के 10 ऐतिहासिक स्मारकों के खुलने का समय बढ़ा दिया है। जिन स्मारकों के खुलने का समय बढ़ा है उनमें दिल्ली के दो ऐतिहासिक स्मारक शामिल हैं।

    हुमायूं का मकबरा और सफदरजंग मकबरा देखने जाने लोग अब सुबह से रात 9 बजे तक इसका दीदार कर सकेंगे। ये स्मारक आम जनता के लिए सूर्योदय से रात 9 बजे तक खुले रहेंगे। 

    बता दें कि सफदरजंग का मकबरा अंतिम मुगल बादशाह मुहम्मद शाह के प्रधानमंत्री सफदरजंग की स्मृति में नवाब शुजादुल्लाह ने 1754 ई. में बनाया था। यहां सफदरजंग और उनकी बेगम की कब्र भी है। इसे आज भी मुगल वास्तु का उत्कृष्ट नमूना माना जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हुमायूं की याद में बना है मकबरा
    हुमायूं की मृत्यु 1556 में हुई थी, और उसकी विधवा हमीदा बानो बेगम जिसे हाजी बेगम के रूप में भी जाना जाता है, उसने हूमांयू की मृ्त्यु के चौदह वर्षों के बाद 1569 में इस मकबरे का निर्माण कार्य शुरू किया था। यह सही मायनों में मुगल शैली का पहला शानदार उदाहरण है जो फारसी स्थापत्य कला से प्रेरित था। मकबरे का निर्माण 15 लाख रुपये (1.5 मिलियन) की लागत से किया गया था।

    इस मकबरे का वास्तुकार मिरक मिर्जा घियाथ (Mirak Mirza Ghiyath) नामक एक फारसी था जिसे हाजी बेगम द्वारा नियुक्त किया गया था। करीब 20 लाख लोग हर साल हुमायूं के मकबरे को देखने के लिए आते हैं। इनमें 5 लाख बच्चे भी शामिल हैं।

     दिल्ली-NCR की ताजा खबरें व स्टोरीज पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक

     

    अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप