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    दिल्ली में भगवान बिरसा मुंडा भवन का हुआ उद्घाटन, दत्तात्रेय बोले- जनजातीय से होगा देश का विकास

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 02:09 AM (IST)

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश के विकास के लिए जनजातीय समाज को साथ लेकर चलना जरूरी है। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं को सरकार के आगे रखना चाहिए। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया था।

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    दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि जनजातीय समाज को साथ लेकर चलने से होगा देश का विकास। फाइल फोटो

    जागरण सवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश के विकास के लिए जनजातीय समाज को साथ लेकर चलना जरूरी है। जो भारत के नवनिर्माण के लिए अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का चतन करे और सुदूर व्यक्ति तक सारी सुविधाएं पहुंचाए, उसे ही भारत माता की जय या वंदे मातरम कहने का अधिकार है।

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    होसबाले रविवार को पुष्प विहार में भगवान बिरसा मुंडा भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम ने जनजातीय क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं को ही सरकार के आगे नहीं रखा, बल्कि उस समाज के हर व्यक्ति को जागरूक कर उनके कल्याण, बेहतरी और आत्मविश्वास बढ़ाने की दिशा मे भी काम किया है।

    उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा को जीवित रखने और स्वतंत्र भारत के इतिहास में जनजातीय समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर काम किया। पर्यावरण की रक्षा करो तो विकास की गति धीमी होती है और विकास की गति बढ़ाओ तो पर्यावरण का विनाश होता है। देश की संपदा बढ़ाने के लिए ऐसे विकास माडल की जरूरत है, जिससे किसी का नुकसान न हो।

    अगर विकास के लिए जनजातीय लोगों को त्याग करना पड़ता है तो उन्हें पुनर्वास और विकास की गारंटी मिलनी चाहिए। जनजातीय समाज को शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिलेगी तभी देश का असल विकास होगा।

    केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक तौर पर गुलाम बनाया था। भगवान बिरसा मुंडा ने देखा कि जनजातीय क्षेत्र के लोगों को बहला-फुसलाकर मतांतरण किया जा रहा है तो उन्होंने विरोध जताया।

    केंद्रीय मंद्री किरेन रिजीजू ने कहा कि आदिवासियों की विचारधारा ¨हदुओं की तरह ही है, लेकिन इन्हें पहनावे, खान-पान और रहन-सहन के आधार पर अलग-थलग देखा जाता है। लोग हमें मुख्यधारा से जोड़ना चाहते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि हम ही मुख्यधारा हैं।

    भगवान बिरसा मुंडा ने समाज के उत्थान में जो योगदान दिया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता। मौके पर राज्य मंत्री दुर्गादास उइके और स्वामी य¨तद्रानंद गिरी महाराज भी शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष सत्येंद्र ¨सह ने की।