Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सफलता पाने के लिए निरंतर सही तरीके से की गई मेहनत ही सफलता की कुंजी है: मीना

    By Jagran News Edited By: Anurag Mishra
    Updated: Thu, 25 Jan 2024 10:40 PM (IST)

    सफलता की ओर मेरी यात्रा वास्तव में उतार-चढ़ाव के साथ एक साइकिल की सवारी जैसी थी। उन्होंने कहा कि सफलता की राह एक कठिन कार्य है और सफलता का स्वाद चखने से पहले व्यक्ति को अच्छे और बुरे को अपनाना चाहिए।‌‌ उनका मानना है कि आखिरकार आप जो सोचते हैं वही होता है आपकी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में क्या झलकता है उन्होंने खुलासा किया है।

    Hero Image
    हौसले और जज्बे से बनाई पहचान, सकारात्मकता से ही पाई जा सकती है मंजिल : मीना

    नई दिल्ली, जागरण डेस्क। हौसला, जुनून और कड़ी मेहनत से हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। अपने उद्यमी कौशल और समर्पण से बाजीगर मीना न केवल खुद के लिए, बल्कि युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रेरणा एक ऐसी चीज़ है जो आपको स्वयं या किसी बाहरी शक्ति के माध्यम से मिलती है जीवन के अनुभवों को साझा करके प्रेरणा को अतिरिक्त बढ़ावा देते हुए बाजीगर मीना इंटरनेट पर आज प्रभावशाली नामों में से एक नाम है। पेशे से वह एक उद्यमी है, वह उनकी उम्र के युवाओं के साथ हमेशा अपना अनुभव साझा करते है और जितना हो सके हर संभव सहायता करते है।

    उनका जन्म राजस्थान में हुआ और पालन-पोषण महाराष्ट्र के रत्नागिरी शहर में हुआ। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी किया है। उन्होंने उद्योग जगत में अपना पहला कदम 2016 में रखा था, अपने पिता के मार्गदर्शन पर चलकर ही उद्योग जगत में अपने कदम रखे थे और आज वो वर्तमान में केशव ग्रुप और आरके ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज जैसी बडी कंपनियों के निदेशक है।

    वह कहते हैं कि मेरे पिता आरके मीना मेरे प्रेरणा स्रोत है। उद्योग जगत में अपने आदर्श रतन टाटा को मानते है अपनी कामयाबी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, "कि मैं अपनी जड़ों को और जहां से में आया हूं उसको जीवन मे कभी नही भूल सकता। सफलता की ओर मेरी यात्रा वास्तव में उतार-चढ़ाव के साथ एक साइकिल की सवारी जैसी थी। उन्होंने कहा कि सफलता की राह एक कठिन कार्य है, और सफलता का स्वाद चखने से पहले व्यक्ति को अच्छे और बुरे को अपनाना चाहिए।‌‌ उनका मानना है कि आखिरकार आप जो सोचते हैं वही होता है आपकी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में क्या झलकता है, उन्होंने खुलासा किया है।