पीसीआर ने बिछड़े तीन बच्चों को परिजनों से मिलवाया, स्कूल दिखा कर खोजा घर
पीसीआर ने 27 जुलाई को घर से बिछड़े तीन बच्चों को परिजनों से मिलवाया। इससे उनके परिजन काफी खुश हो गए है। ये सभी बच्चे अपने परिजनों से बिछड़ गए थे। ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली पुलिस की पीसीआर हर दिन अपराधियों की धर पकड़ कर रही है। साथ ही चोरी के वाहनों को बरामद करने, घायलों व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने व लापता बच्चों को परिजनों से मिलवाने का काम कर रही है। पीसीआर ने 27 जुलाई को घर से बिछड़े तीन बच्चों को परिजनों से मिलवाया। साथ ही दिल्ली के विभिन्न इलाकों से चोरी की दो कारें व तीन बाइक भी बरामद की। पीसीआर ने जेब तराश को गिरफ्तार कर युवक को पर्स भी दिलवा दिया।
27 जुलाई रात 8.30 बजे पीसीआर में तैनात एसआइ तेजपाल सिंह व सिपाही कुशलपाल को सूचना मिली कि लोनी रोड, भगवानपुर खेरा के पास तीन साल की बच्ची परिजनों को ढूंढ़ते हुए रो रही है। पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर बच्ची को कब्जे में ले लिया। बच्ची न तो अपना नाम बता पा रही थी, न ही माता-पिता का और न ही घर का पता। ऐसे में पीसीआर कर्मियों ने लोनी रोड के आसपास की कॉलोनियों में बच्ची के परिजनों को ढूंढ़ना शुरू किया।
करीब एक घंटे तक पूछताछ करने पर राम नगर एक्सटेंशन में बच्ची के परिजन मिल गए। उसी दिन रात करीब 1.03 बजे पीसीआर में तैनात बलवान व सिपाही सतेंद्र को सूचना मिली कि न्यू रोशनपुर नजफगढ़ के पास आठ व छह साल के दो बच्चे घूम रहे हैं। पुलिसकर्मियों ने दोनों को कब्जे में ले लिया। पूछताछ में दोनों घर का पता नहीं बता पाए। काफी ढूंढ़ने पर एक स्कूल के पास से गुजरने पर दोनों ने अपने स्कूल को पहचान लिया। उसके बाद आसपास पूछताछ कर पुलिसकर्मियों ने उनके परिजनों को खोज लिया। 27 जुलाई को 24 घंटे में पीसीआर ने दिल्ली के विभिन्न इलाके से चोरी की दो कारें व तीन बाइक भी बरामद की।
डीसीपी पीसीआर शंकर चौधरी के मुताबिक 27 जुलाई की रात नौ बजे पीसीआर में तैनात एएसआइ महेश उरांव, सिपाही संदीप कुमार व सुनील कुमार गश्त पर थे, तभी गुलाबी बाग के युवक ने बताया कि उनका पर्स चोरी हो गया है, जिसमें 3000 रुपये, एटीएम कार्ड व अन्य कागजात हैं। एक जेब तराश ने फोन कर पर्स के बदले 10,000 रुपये की मांग की है। पीसीआर कर्मियों ने आरोपित को दबोच लिया। उसकी पहचान विश्वास नगर के मोहम्मद शाकिद के रूप में हुई। उसके खिलाफ 20 से ज्यादा मामले दर्ज पाए गए।

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