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    गाजीपुर ड्रेन पर बन रहे 3 नए शानदार पुल, आनंद विहार रेलवे स्टेशन-मेट्रो और ISBT के साथ होगी सीधी कनेक्टिविटी

    गाजीपुर ड्रेन पर बनाए जा रहे तीन पुल आनंद विहार स्टेशन को इंटीग्रेटेड बनाएंगे। आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन को परिवहन के अन्य माध्यमों के साथ जोड़ने के लिए गाजीपुर ड्रेन पर तीन पुल बनाए गए हैं। तीन पुलों का सिविल निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन से अन्य परिवहन माध्यमों के जोड़ने का काम आखिरी चरण में है।

    By sanjeev Gupta Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 04 Jul 2024 12:16 PM (IST)
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    परिवहन के अन्य माध्यमों के साथ एकीकरण के लिए गाजीपुर ड्रेन पर बनाए गए तीन पुल। सौजन्य: एनसीआरटीसी

    संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर दिल्ली सेक्शन में बनाए जा रहे आनंद विहार स्टेशन का परिवहन के अन्य माध्यमों के साथ एकीकरण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है।

    अब यह स्टेशन दिल्ली मेट्रो के आनंद विहार स्टेशन के साथ भी जुड़ गया है। जल्द ही यात्रियों को मेट्रो के साथ आनंद विहार आईएसबीटी एवं आनंद विहार रेलवे स्टेशन से जुड़ने की सुविधा उपलब्ध होगी।

    स्टेशन में प्रवेश के लिए गाजीपुर ड्रेन पर बनाए जा रहे तीन पुलों का सिविल निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन को मेट्रो के ब्लू और पिंक लाइन आनंद विहार स्टेशन के कानकोर्स लेवल से जोड़ा गया है। 

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    एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन आने-जाने में होगी आसानी

    दोनों स्टेशनों को जोड़ने वाले हिस्से में इस समय फ्लोरिंग और फिनिशिंग के कार्य चल रहा है। ये दोनों स्टेशन आपस में सटे हुए हैं, इस कारण यहां यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन में आवागमन करने में बेहद आसानी होगी।

    एनसीआरटीसी ने इन दोनों स्टेशनों को आपस में जोड़ने के लिए यहां एस्केलेटर और लिफ्ट भी लगाई है। गाजीपुर ड्रेन पर बने तीनों पुलों की साइड वाल बनाई जा चुकी है और अब कार्पेटिंग की तैयारी है। इनमें से एक पुल मुख्य मार्ग से आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन में वाहनों के प्रवेश और दूसरा निकास के लिए बनाया गया है।

    13 मीटर चौड़ा और 28 मीटर लंबा है वाहनों के निकास वाला पुल

    तीसरा पुल पैदल यात्रियों के लिए बनाया गया है। वाहनों के प्रवेश के लिए बनाया गया पुल 10 मीटर चौड़ा और 28 मीटर लंबा, वाहनों के निकास वाला पुल 13 मीटर चौड़ा व 28 मीटर लंबा और पैदल यात्रियों के लिए बनाए गए पुल पांच मीटर चौड़ा और 25 मीटर लंबा है। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन प्लान के तहत आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन के साथ सभी मौजूदा परिवहन साधनों के जुड़ने से यात्रा का अनुभव बेहतर होगा।

    इस स्टेशन के चलने पर आरआरटीएस के यात्री स्टेशन से बाहर निकले बिना ही मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करने के साथ ही आनंद विहार रेलवे स्टेशन, स्वामी विवेकानंद (आनंद विहार) आईएसबीटी, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के गाजियाबाद के कौशांबी स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डे व अंतरराज्यीय बस टर्मिनल दिल्ली डीटीसी तक बिना किसी रुकावट के पहुंच सकेंगे। इन सभी परिवहन साधनों के साथ आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन के निर्बाध एकीकरण के साथ यात्रियों के लिए ट्रांसपोर्ट इंटरचेंज सेंटर बनेगा।

    इन परिवहन साधनों के साथ किया जा रहा मल्टी-मॉडल एकीकरण

    • आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन से मेट्रो स्टेशन (ब्लू और पिंक लाइन) महज 50 मीटर की दूरी पर है।
    • यहां से स्वामी विवेकानंद (आनंद विहार) आईएसबीटी सिर्फ 150 मीटर की दूर है।
    • अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (दिल्ली सड़क परिवहन निगम (डीटीसी) 150 मीटर की दूरी पर स्थित है।
    • उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम का कौशांबी स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डा महज 100 मीटर की दूरी पर है।
    • आनंद विहार रेलवे स्टेशन 200 मीटर की दूरी पर है।