प्रदूषण से मुक्ति दिलाएगा ये पार्क, प्रकृति समेत पक्षियों का मिलेगा खजाना
दिल्ली का यह पार्क आपको प्रदूषण से मुक्ति दिलाएगा ही साथ ही आपको बेहतर महसूस कराएगा।

नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। राष्ट्रीय राजधानी में वैसे तो घूमने-फिरने के लिए दर्जनों पर्यटन स्थल हैं। वहीं, सबका अपना महत्व और इतिहास भी है, लेकिन पिछले कुछ सालों से यहां बढ़ते प्रदूषण व शोर-शराबे के चलते लोग ईको टूरिज्म यानी पर्यावरण पर्यटन की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसे बढ़ावा देने व यहां की आबोहवा को सुरक्षित रखने के लिए सात बायोडायवर्सिटी पार्क बनाए गए हैं। इनमें से एक अरावली पर्वत श्रृंखला पर 200 एकड़ में विकसित किया गया तिलपथ वैली बायोडायवर्सिटी पार्क है।
यहां चारों तरफ हरियाली की ऐसी छटा दिखाई देती है कि पर्यटकों को लगता है कि वे उत्तराखंड के जंगलों में आ गए हैं। यह पार्क डीयू के पर्यावरण अध्ययन विभाग के प्रोफेसर एवं डीयू के सेंटर फॉर एनवायरमेंटल मैनेजमेंट ऑफ डीग्रेटेड ईकोसिस्टम (सीईएमडीई) के हेड प्रोफेसर सीआर बाबू के नेतृत्व में एक प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया है। इसमें करीब सवा लाख पौधे लगाए जा चुके हैं।
निशुल्क है प्रवेश, ऐसे पहुंचे तिलपथ वैली
यह सुबह सात से नौ और शाम को पांच से सात बजे तक लोगों के टहलने के लिए खुला रहता है। ग्रुप में घूमने या शैक्षिक भ्रमण के लिए पहले से सूचना देनी पड़ती है। एक-दो दिन में पार्क प्रबंधन की ओर से शैक्षिक भ्रमण का प्रबंध किया जाता है। इस दौरान पार्क के नेचर एजुकेशन ऑफिसर पुलकित शर्मा व सुपरवाइजर राजू पंचाल गाइड की भूमिका में साथ रहते हैं और पार्क की विशेषता बताते हैं। पार्क में प्रवेश निशुल्क है। रविवार को पार्क आम लोगों के लिए बंद रहता है। यहां तक सार्वजनिक परिवहन की सुविधा नहीं है इसलिए अपने वाहन से जाएं।
13 फॉरेस्ट कम्यूनिटी विकसित किए गए हैं
इस पार्क में अलग-अलग स्पीशीज के 13 फॉरेस्ट कम्यूनिटी विकसित की गई हैं। इसमें एनोजिसिस कम्यूनिटी, अकेसिया कम्यूनिटी, एडिना, टीक, मित्र गायना, ब्रॉड लीफ कम्यूनिटी, एल्बीजिया, कीडिया, राइटिया, ब्यूटिया, बेलेनाइट, स्ट्रूकूलिया, टर्मिनेसिया टमलटोला फॉरेस्ट कम्यूनिटी विकसित की गई हैं।
दिल्ली-NCR की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।