लोगों को भ्रमित कर रही ये 'लड़की', परेशान EC ने दिल्ली के वोटर्स को दी ये सलाह
बेल बजने के बाद मोबाइल फोन पिक करते ही दिल्ली वालों को दूसरी तरफ से एक लड़की की खूबसूरत आवाज सुनाई देती है- आपका नाम वोटर लिस्ट से कट गया है... लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। पिछले कई दिनों से फोन पर एक लड़की की खूबसूरत आवाज दिल्ली वालों को हैरान और परेशान दोनों कर रही है। बेल बजने के बाद मोबाइल फोन पिक करते ही दिल्ली वालों को दूसरी तरफ से एक लड़की की खूबसूरत आवाज सुनाई देती है- 'आपका नाम वोटर लिस्ट से कट गया है... लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल लोगों के नाम वोटर लिस्ट में जुड़वाने का काम कर रहे हैं।' यह सुनकर लोग चौंक रहे हैं, क्योंकि यह काम चुनाव आयोग का है।
बातचीत का यह सिलसिला दरअसल यहां से शुरू होता है और यह लड़की लोगों से पूछती है कि अगले लोकसभा चुनाव में वे किसे वोट देंगे। 'हां' और 'नहीं' का विकल्प देकर इस सवाल का उत्तर भी पूछ लिया जाता है 'क्या वे आम आदमी पार्टी के कामकाज से संतुष्ट हैं? और पीएम नरेंद्र मोदी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच वे किसे ज्यादा अच्छा समझते हैं?
वोटर लिस्ट में नाम कटने के बहाने किया जा रहा प्रचार
बताया जा रहा है कि इसे आम आदमी पार्टी (AAP) का अपने चुनाव प्रचार का एक नया तरीका माना जा रहा है, इसकी AAP की ओर से पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन यह तकनीकी लिहाज से गलत भी नहीं है। हैरानी की बात है कि सीएम केजरीवाल समेत AAP के सभी छोटे-बड़े नेताओं ने दिल्ली में मतदाताओं ने नाम बड़ी संख्या में काटे जाने को लेकर दिल्ली चुनाव आयोग को भी घेरा था।
30 लाख वोटरों के नाम कटने का उठाया था मुद्दा
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने तकरीबन 30 लाख मतदाताओँ के नाम लिस्ट से कटने का मुद्दा कई महीने पहले उठाया था। इसको लेकर विधानसभा तक में हंगामा हो चुका है। AAP नेताओं का आरोप है कि दिल्ली में तकरीबन 30 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं। वहीं, भाजपा का कहना है कि ऐसा नहीं है, यह सब आम आदमी पार्टी एक साजिश के तहत कर रही है।
EC कई बार दे चुका है सफाई
इसको लेकर चुनाव आयोग भी कई बार अपनी सफाई दे चुका है। चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदाता सूची में लोगों के नाम काटने की बात गलत है। इस पर सफाई में चुनाव आयोग का कहना है कि कुछ लोगों को उनके पते पर नहीं पाए जाने पर उनका नाम काटा जाता है, इस बार भी इन्हीं हालात के मद्देनजर किया गया है। इतना ही नहीं, आयोग ने यह भी कहा है इस बार कई लाख वोटरों की वृद्धि भी हुई है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय ने इसे लेकर शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। इसके मुताबिक सीईओ दिल्ली के ध्यान में यह लाया गया है कि कई नागरिकों को अज्ञात व्यक्तियों/संस्थाओं/स्रोतों से बड़े पैमाने पर कॉल किए जा रहे हैं। इन्हें बताया जाता है कि मतदाता सूची से उसका नाम हटा दिया गया है, जिसे वह जुड़वा देगा। सीईओ कार्यालय का कहना है कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने का अधिकार सिर्फ निर्वाचन पंजीयक अधिकारी को है। इसके लिए कोई भी पात्र नागरिक सीधे निर्वाचन पंजीयक अधिकारी को आवेदन कर सकता है। 1950 नंबर पर कॉल करके या फिर 7738299899 पर एसएमएस भेजकर भी मतदाता सूची में अपने नाम की जांच कर सकता है।
इस पर शनिवार को चुनाव आयोग ने पत्र जारी कर लोगों को सलाह भी दी है कि कोई भी व्यक्ति आयोग के कार्यालय में जाकर अपना नाम जोड़ने की प्रक्रिया पूरी कर सकता है। इसके लिए उसके एक फॉर्म भरना होगा और जरूरी कागजात मुहैया कराने होंगे बस।
EC ने यह कहा है लोगों से
दिल्ली के लोगों के अज्ञात लोगों, संस्थाओं और स्रोतों से आने वाली भ्रामक कॉल्स से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। मतदाता सूची में नाम जोड़ने अथवा हटाने का अधिकार केवल निर्वाचक पंजीयक अधिकारी को है। ऐसे में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए कोई भी पात्र शख्स कार्यालय में आवेदन कर सकता है। इसके लिए हेल्पलाइन 1950 पर कॉल करने, वेबसाइट पर आवेदन करने साथ कार्यालय जाने की सलाह दी गई है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रणवीर सिंह पहले ही कह चुके हैं कि मतदाता सूची से नाम काटने में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। पूरी जांच के बाद भारतीय चुनाव आयोग ने भी दिल्ली की मतदाता सूची से लाखों की संख्या में नाम काटने के आरोप से दिल्ली चुनाव आयोग को क्लीन चिट दे दी है। साथ ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को निर्देश दिए हैं कि हर योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाए ताकि कोई भी मतदाता अपना वोट देने के अधिकार से वंचित न रहे।
डॉ. रणवीर सिंह के मुताबिक, जो भी नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं वह नियमों के अनुसार सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद ही कटे हैं। चुनाव कार्यालय ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बुधवार से मतदाता जागरूकता अभियान की शुरुआत भी कर दी है। इसके लिए कई तरह के फ्लोर गेम जैसे स्टापू, सांप सीढ़ी, लूडो आदि बनाए गए हैं जिनके माध्यम से मतदाताओं को वोट की अहमियत बताई जाएगी।
मतदाता सूची विवाद पर चुनाव आयोग करेगा कानूनी कार्रवाई
मतदाता सूची को लेकर हो रही सियासत पर चुनाव आयोग (EC) अब गंभीर हो गया है। मतदाता सूची में नाम कटवाने और जुड़वाने को लेकर लोगों को फोन करने वालों के खिलाफ वह कानूनी कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही मतदाताओं को इस तरह के फोन पर ध्यान नहीं देने और अपने नाम की जांच मतदाता सूची में करने की सलाह दी गई है।
आम आदमी पार्टी (AAP) यह आरोप लगाती रही है कि भाजपा के इशारे पर दिल्ली में 30 लाख से ज्यादा लोगों के नाम काटे गए हैं। इनमें से ज्यादातर संख्या वैश्य, मुस्लिम व पूर्वाचलियों की है। इसे लेकर आप की ओर से शहर में पोस्टर भी लगाए गए थे। भाजपा नेताओं का कहना है कि दिल्ली में लोगों को कॉल करके यह कहा जा रहा है कि भाजपा ने उनका नाम मतदाता सूची से कटवा दिया था अब मुख्यमंत्री उसे जुड़वा रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि आप एक सोची समझी रणनीति के तहत इस तरह से लोगों में भ्रम फैला रही है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी व केंद्रीय राज्य मंत्री विजय गोयल ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत भी की है।