AIIMS के OPD में नहीं मिलेगी भीड़, आज से स्लाट के अनुसार मरीजों को मिलेगा अप्वाइंटमेंट
एम्स में अप्वाइंटमेंट और ओपीडी में मरीजों के इलाज की व्यवस्था बदलने जा रही है।कमान संभालने के एक सप्ताह में ही संस्थान के निदेशक डा. एम श्रीनिवास ने ओपीडी में भीड़ को नियंत्रित करने और इलाज की व्यवस्था में सुधार के लिए एक के बाद एक कई कदम उठाए हैं।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। एम्स में अप्वाइंटमेंट और ओपीडी में मरीजों के इलाज की व्यवस्था बदलने जा रही है। एम्स की कमान संभालने के एक सप्ताह में ही संस्थान के निदेशक डा. एम श्रीनिवास ने ओपीडी में भीड़ को नियंत्रित करने और इलाज की व्यवस्था में सुधार के लिए एक के बाद एक कई कदम उठाए हैं। इसी क्रम में उन्होंने अब यह आदेश जारी किया है कि नई ओपीडी व सर्जिकल ब्लाक की ओपीडी में स्लाट के अनुसार आनलाइन अप्वाइंटमेंट दिया जाएगा। अप्वाइंटमेंट पर्ची पर दर्ज समय के दौरान ही मरीज ओपीडी में देखे जाएंगे। बगैर आनलाइन अप्वाइंटमेंट के ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को भी अस्पताल पहुंचने पर स्लाट दिया जाएगा। उस निर्धारित अवधि में ही उनका ओपीडी पंजीकरण होगा। तब तक उन्हें वेटिंग एरिया में इंतजार करना होगा।
ओपीडी ब्लाक के पंजीकरण काउंटर पर नहीं लगेगी भीड़
इसलिए ओपीडी ब्लाक के पंजीकरण काउंटर पर एक साथ मरीजों की भीड़ नहीं लगेगी। शनिवार यानि आज से स्लाट के अनुसार आनलाइन अप्वाइंटमेंट देने का काम शुरू हो जाएगा और अगले माह एक नवंबर से स्लाट के अनुसार मिले अप्वाइंटमेंट पर ओपीडी में मरीजों के इलाज की सुविधा शुरू होगी।
इस कारण लग जाती है लंबी लाइन
मौजूदा समय में ओपीडी में पंजीकरण के लिए सुबह में मरीज एक साथ अस्पताल पहुंच जाते हैं। इस वजह से ओपीडी पंजीकरण के लिए मरीजों की लंबी लाइन लग जाती है। इसके मद्देनजर आनलाइन अप्वाइंटमेंट के लिए अब स्लाट निर्धारित होगा और अप्वाइंटमेंट के दौरान डाक्टर से दिखाने के लिए मिले समय पर ही मरीजों को एक नवंबर से ओपीडी ब्लाक में पंजीकरण के लिए प्रवेश दिया जाएगा।
वेटिंग एरिया में करना होगा इंतजार
निर्धारित समय से पहले पहुंचने वाले मरीजों को ओपीडी ब्लाक के पास वेटिंग एरिया में इंतजार करना होगा। इसी तरह जो मरीज बगैर अप्वाइंटमेंट के ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचते हैं उन्हें सीधे ओपीडी पंजीकरण काउंटर हाल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्हें पहले ओपीडी के पास वेटिंग एरिया (टेंट/सोलर फार्म हैंगर) में रिपोर्ट करना होगा। वहां उन्हें स्लाट के अनुसार टोकन दिया जाएगा। उनके स्लाट का समय आने पर ओपीडी ब्लाक में पंजीकरण के लिए भेजा जाएगा।
इस तरह होगी स्लाट के मरीजों की पहचान
स्लाट की पहचान के लिए मरीजों को एक कलाई बैंड भी उपलब्ध कराया जाएगा। जिन मरीजों को अस्पताल पहुंचने के दिन ओपीडी में दिखाने का समय नहीं मिल पाएगा उन्हें कियोस्क के जरिये अप्वाइंटमेंट दिया जाएगा और चयनित तारीख के दिन ओपीडी में इलाज के लिए बुलाया जाएगा। मरीजों की सुविधा के लिए वेटिंग एरिया में एक हजार बेंच की व्यवस्था होगी। जहां एक समय में तीन हजार मरीज बैठ सकेंगे। इस वेटिंग एरिया में पर्याप्त पंखे, लाइट व पेयजल की व्यवस्था रहेगी। पोर्टेबल शौचालय की भी व्यवस्था रहेगी। इसका संचालन व रखरखाव निजी एजेंसी करेगी। 25 एलईडी डिस्प्ले की भी व्यवस्था की जाएगी।