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    तेज प्रताप यादव की मुश्किलें बढ़ना तय, कोर्ट ने उठाए गंभीर सवाल; नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामला

    Updated: Wed, 18 Sep 2024 04:15 PM (IST)

    Land for Job Scam नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के साथ-साथ तेज प्रताप यादव की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। राउज एवेन्यू की विशेष अदालत ने कहा है कि तेज प्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्हें भी 7 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है।

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    नौकरी के बदले जमीन मामले में तेज प्रताप यादव की भूमिका से नहीं किया जा सकता इनकार: कोर्ट। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नौकरी के बदले जमीन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और अन्य के विरुद्ध समन जारी करते हुए राउज एवेन्यू की विशेष अदालत ने कहा कि प्रकरण में तेज प्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है।

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    चार आरोपियों की हो चुकी मौत

    ईडी के पूरक आरोप पत्र का संज्ञान लेते हुए विशेष अदालत ने कहा कि वह एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक भी थे। उन्हें भी सात अक्टूबर को तलब किया गया है। उन्हें कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है।

    इनके साथ ही कोर्ट ने अखिलेश्वर सिंह के साथ-साथ उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है। ईडी ने छह अगस्त को 11 आरोपितों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया था। इनमें से चार की मौत हो चुकी है।

    क्या है पूरा मामला?

    • पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर वर्ष 2004 से 2009 के दौरान रेल मंत्री रहते हुए मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित पश्चिमी मध्य क्षेत्र में की गई रेलवे की ग्रुप डी भर्तियों से जुड़ा है।
    • लालू यादव समेत अन्य आरोपितों पर अभ्यर्थियों से जमीन लेकर नौकरी देने का सीबीआइ ने आरोप लगाया है।
    • सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में 18 मई,2022 को मुकदमा दर्ज किया था।
    • जुलाई में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के ओएसडी भोला प्रसाद को गिरफ्तार किया गया था।
    • पिछले वर्ष 10 अक्टूबर को जांच एजेंसी ने आरोपपत्र दायर कर 16 को आरोपित बनाया था।
    • अदालत ने इस वर्ष लालू परिवार समेत 14 आरोपितों को 15 मार्च को अदालत में पेशी का समन जारी किया था।
    • जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2007 में एक निजी कंपनी के नाम पर 10.83 लाख रुपये में एक भूमि पार्सल खरीदा गया था और बाद में वह भूमि भी जब्त कर ली गई।
    • जांच एजेंसी ने खोजबीन के दौरान एक हार्ड डिस्क भी बरामद की थी। जिसमें नियुक्ति पाने वाले उम्मीदवारों की सूची थी।

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