Delhi Murder: माचिस की तीली की वजह से गई शख्स की जान, देने से इनकार करने पर चाकू गोदकर युवक की हत्या
उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर इलाके मे गोल मार्किट के पास सिगरेट जलाने के लिए माचिस मांगने पर देने से इनकार करने पर दो नाबालिगों ने युवक की चाकू मारकर बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के आरोपित दो नाबालिगों को पकड़ लिया है और हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया है। दूसरी तरफ मृतक के स्वजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर इलाके मे गोल मार्किट के पास सिगरेट जलाने के लिए माचिस मांगने पर देने से इनकार करने पर दो नाबालिगों ने युवक की चाकू मारकर बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के आरोपित दो नाबालिगों को पकड़ लिया है और हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया है।
दूसरी तरफ मृतक के स्वजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है और उनका कहना है कि नाबालिगों के साथ हत्याकांड में तीन अन्य लड़के भी शामिल है, जिन्हें पुलिस ने नहीं पकड़ा है। मृतक की पहचान जगतपुर एक्सटेंशन निवासी 21 वर्षीय अंशुल भाटी के रूप में हुई है। घटना शुक्रवार देर रात की है।
पुलिस के अनुसार अंशुल अपने तीन अन्य दोस्तों वरुण, देव और ऋतिक के साथ एक ऑटो में बैठकर बात कर रहा था। इस बीच नाबालिग आरोपित अपने दोस्त के साथ वहां पहुंचा और उसने अंशुल से माचिस मांगी। जिस पर अंशुल ने मना कर दिया, अंशुल के मना करने का अंदाज नाबालिग को नागवार गुजरा।
आरोपित दोबारा जाकर की शख्स की हत्या
नाबालिग ने अंशुल पर चाकू से हमला कर दिया और वहां से चला गया। कुछ मिनटों बाद आरोपित दोबारा वापस आया और अंशुल को चाकू मारने लगा कि अब तुम्हें जान से ही मारना है वरना हमारे खिलाफ शिकायत करेगा। अंशुल के दोस्तों ने आरोपित से मिन्नते कर उसे छोड़ने की गुहार लगाई।
जिस पर नाबालिग अपने साथी के साथ दोस्तों को धमकाते हुए वहां से अपने साथी के साथ चला गया। अंशुल के दोस्त उसे अरुणा आसफ अली अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने वरुण के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर देर रात छापेमारी की।
नाबालिगों को सिग्नेचर ब्रिज के पास से दबोचा
बाद में इंस्पेक्टर पंकज तोमर व अन्यों की टीम ने नाबालिगों को सिग्नेचर ब्रिज के पास से दबोच लिया। आरोपितों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया गया। पुलिस दोनों नाबालिगों से बातचीत कर मामले की छानबीन कर रही है।
दूसरी तरफ अंशुल के पिता गजेंद्र भाटी ने पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जताया है। गजेंद्र भाटी का कहना है कि पुलिस ने अंशुल के साथ मौजूद उसके दोस्तों को छोड़ दिया है। हमें पूरा शक है कि उसके दोस्त भी इस साजिश में शामिल है। अंशुल के पिता ने अपनी जान को भी खतरा बताया और इस मामले में डीसीपी से मिलने की बात कही। अंशुल के पिता का कहना है कि कोई निर्दोष फंसना नहीं चाहिए और गुनहगार बचना नहीं चाहिए।
तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था अंशुल
अंशुल का परिवार गली नंबर-10, जगतपुर एक्सटेंशन में रहता है। परिवार को यहां आए मुश्किल से छह महीने हुए है,इससे पहले परिवार ब्रह्मपुरी में रहता था। अंशुल के पिता मामूली रूप से अशक्त है और प्रोपर्टी डीलिंग का कार्य करते है। अंशुल के एक बड़ा भाई और एक बड़ी बहन है। दोनो की शादी हो चुकी है।
फिलहाल अंशुल बेरोजगार था। वह नौकरी की तलाश कर रहा था। शुक्रवार को अंशुल अपने दोस्तों वरुण के साथ अपने दोस्त देव के घर संजय बस्ती गया था, जहां देव के नाना की तेहरवीं थी। यहां पर ऋतिक भी मौजूद था। देर रात तक चारों दोस्त श्रीराम पार्क, गोल डाकखाने के पास खड़े आटो में बैठकर बात कर रहे थे, इसी बीच बातचीत रात करीब 3.20 बजे दो नाबालिग लड़के इनके पास आए।
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