Delhi News: ऑफिस तनाव और क्रेडिट चोरी से निपटने के लिए गीता-लॉजी वर्कशॉप का सफल आयोजन
Delhi News ऑफिस में तनाव और क्रेडिट चोरी से जूझ रहे कर्मचारियों के लिए गीता-लॉजी वर्कशॉप एक वरदान साबित हुई। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस कार्यशाला में गीता के सिद्धांतों के माध्यम से कर्मचारियों को इन समस्याओं से निपटने के तरीके समझाए गए। कार्यशाला में भक्ति योग पर आधारित प्रस्तुतियां भी दी गईं जिससे प्रतिभागियों को आंतरिक शांति का अनुभव हुआ।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑफिस में गुटबाजी, लम्बी कार्य अवधि, चापलूसी और क्रेडिट चोरी जैसी समस्याएं आज कर्मचारियों के लिए तनाव और असंतोष का बड़ा कारण बन गई हैं।
इन्हीं मुद्दों से निपटने और मानसिक शांति प्रदान करने के लिए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (Divya Jyoti Jagrati Sansthan) के पीस प्रोग्राम ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में ‘गीता-लॉजी’ कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यशाला में ऑफिस कल्चर पर चर्चा
कार्यशाला की शुरुआत साध्वी डॉ. निधि भारती ने ऑफिस के टॉक्सिक वर्क-कल्चर और उसके स्वास्थ्य पर प्रभावों पर चर्चा के साथ की। इंटरैक्टिव सत्रों में कर्मचारियों को इन समस्याओं से निपटने के तरीके समझाए गए।
गीता के सिद्धांतों से प्रेरणा
कार्यक्रम की मुख्य इंचार्ज साध्वी तपेश्वरी भारती ने गीता के श्लोकों के माध्यम से कर्म करते रहने और मौलिकता बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोई आपकी क्षमता या कौशल को चुरा नहीं सकता और जीवन में बार-बार नए अवसर मिलते हैं।
अंतिम सत्र में भक्ति योग पर आधारित प्रस्तुतियां दी गईं, जिसमें गीता के श्लोकों को कीर्तन धुनों में प्रस्तुत किया गया। इस सत्र ने प्रतिभागियों को आंतरिक शांति का अनुभव कराया।
प्रतिभागियों का अनुभव
कर्मचारियों ने इस कार्यशाला को तनाव से राहत और नए दृष्टिकोण का जरिया बताया। कई प्रतिभागियों ने कहा कि यह कार्यक्रम उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में संतुलन बनाने में मददगार साबित हुआ।
गीता-लॉजी: आधुनिक समस्याओं का समाधान
यह कार्यशाला भारतीय ग्रंथों के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक जीवन की चुनौतियों से जोड़ने का सफल प्रयास थी। गीता-लॉजी ने यह सिद्ध किया कि तनाव प्रबंधन और संतुलित जीवन के लिए आध्यात्मिक दृष्टिकोण कितना प्रभावी हो सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।