JNU में चार वर्ष होंगे छात्रसंघ चुनाव, ABVP के 15 घंटे प्रदर्शन करने के बाद राजी हुआ प्रशासन
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में विद्यार्थियों की समस्याओं और अन्य मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जेएनयू के कार्यकर्ताओं की ओर से प्रशासन का घेराव करने के 15 घंटे बाद जेएनयू प्रशासन ने परिषद की सभी मांगों को पूरा करने पर सहमति जताई।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में विद्यार्थियों की समस्याओं और अन्य मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जेएनयू के कार्यकर्ताओं की ओर से प्रशासन का घेराव करने के 15 घंटे बाद जेएनयू प्रशासन ने परिषद की सभी मांगों को पूरा करने पर सहमति जताई।
एबीवीपी जेएनयू इकाई के अध्यक्ष उमेश चंद्र अजमीरा ने बताया कि अकादमिक सत्र 2023-24 के शुरु होने के छह सप्ताह के अंदर ही जेएनयू प्रशासन छात्र संघ का चुनाव कराने के लिए सहमत हो गया है।
ये चुनाव लगभग चार वर्ष बाद होंगे। वहीं, अगर किसी स्थिति में सत्र शुरु होने के छह सप्ताह के अंदर प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई और किसी अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालय में इसी स्थिति में छात्र संघ चुनाव होता है तो जेएनयू प्रशासन भी उन्हीं शर्तों पर चुनाव कराएगा।
इसके साथ ही पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया अगले 10 से 12 दिनों में शुरू कर दी जाएगी। स्नातक में आयुर्वेद बायोलाजी का जो कोर्स पिछले तीन वर्षों से जेएनयू में बिना यूजीसी की मान्यता के जारी है उसके लिए इसी हफ्ते से प्रवास शुरू किया जाएगा।
प्रबंधन में जो पीएचडी बंद कर दी गई थी, उसे भी अगले वर्ष से फिर से शुरू किया जायेगा। बराक छात्रावास आवंटन के साथ-साथ छात्रावास नवीनीकरण, पुस्तकालय अपग्रेड, मेस और कैंटीन शुल्क में वृद्धि की समस्या, फैलोशिप का समय पर वितरण होगा।
उल्लेखनीय है कि परिषद के कार्यकर्ताओं और छात्रों ने शुक्रवार को रेक्टर वन एससी गरकोटी, रेक्टर टू दीपेंद्रनाथ दास, रजिस्ट्रार रविकेश और डीन आफ स्टूडेंट्स सुधीर प्रताप सिंह का घेराव किया था
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