दिल्ली के इन अस्पतालों में कुत्तों का बसेरा, मरीजों को भी आने से लगता है डर
पूर्वी दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में आवारा कुत्तों का आतंक है। इलाज के लिए आने वाले मरीजों को भी कुत्तों का डर सता रहा है। मरीज तीमारदार और डॉक्टर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। रोजाना लगभग 2500 मरीज रेबीज का इंजेक्शन लगवाने आते हैं। निगम का कहना है कि कुत्तों को हटाने के लिए रणनीति बनाई जा रही है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। यमुनापार के बड़े सरकारी अस्पतालों को आवारा कुत्तों ने अपना बसेरा बनाया हुआ है। हालात यह है कि गली व सड़क पर जिन लोगों को कुत्ते काटते हैं, वह इलाज के लिए अस्पताल में जाते हैं। यहां भी उन्हें कुत्ते टकरा जाते हैं। मरीजों के बीच कुत्ते घूमते रहते हैं।
मरीज, तीमारदार से लेकर डाक्टरों को अपनी सुरक्षा का खतरा सताता है। आरोप निगम से लेकर स्वास्थ्य विभाग इन कुत्तों का कुछ करने को तैयार नहीं है। अस्पताल में कभी भी कुत्ते मरीजों पर भौंकने लगते हैं।
पांच अस्पताल जीटीबी, स्वामी दयानंद, जग प्रवेश चंद्र, डा. हेडगेवार अस्पताल व लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एक दिन में करीब 2500 मरीज रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए आते हैं।
आवारा कुत्ताें ने अस्पतालों में ऐसी हालत की हुई है कि लोग डर-डर कर अपना इलाज करवाते हैं। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक में कुत्ते रहते हैं। उन कुत्तों को अस्पताल के सुरक्षा गार्ड वहां से भगाते नहीं है।
अस्पताल में इलाज करवाने के लिए आने वाले मरीजों का कहना है कि बाहरी दिल्ली में छह साल की बच्ची को कुत्ते ने काटा था। उसकी मौत हो गई। इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया और कुत्तों को सड़क से हटाकर शेल्टर होम भेजने के लिए कहा।
जितने कुत्ते सड़कों पर होते हैं, उससे ज्यादा सरकारी अस्पतालों में घूम रहे हैं। अस्पताल में हर एक आयु का मरीज आता है। कम से कम अस्पतालों में तो कुत्ते नहीं होने चाहिए।
उन्हें क्या बीमारी है, निगम द्वारा इंजेक्शन लगे हुए हैं या नहीं। किसी को कुछ नहीं पता। कुत्ते रह रहे हैं तो रह रहे हैं। कोई जनप्रतिनिधि इन मुद्दे को गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है।
मेरी पांच वर्ष की बेटी को आवारा कुत्ते ने काटा है। बृहस्पतिवार को अस्पताल गया तो वहां कुत्तों को देखकर डर लगने लगा। बेटी को मैंने छोड़ा नहीं है। कुत्तों का क्या भरोसा कब काट लें।
सोनू, करावल नगर
मैं बुधवार को गली से जा रहा था। कुत्ते मेरे ऊपर झपट गया, हाथ पर बुरी तरह से काट लिया। कोर्ट ने कुत्तों को सड़कों से हटाने के आदेश दिए हैं। लेकिन उसपर अमल नहीं हो रहा है। रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए एक घंटे लाइन में लगा हूं।
दक्ष, शिव विहार।
कुत्तों को हटाने के लिए निगम रणनीति बना रहा है। कुत्ते उठाए भी जा रहे हैं। अस्पतालों से भी कुत्तों को हटाया जाएगा।
पुनीत शर्मा, जोन चेयरमैन शाहदरा उत्तरी जोन।
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