चोरी के iPhone नेपाल में बेचने वाला गिरफ्तार, आसानी से पैसा कमाने की चाहत में पहुंचा सलाखों के पीछे
दिल्ली पुलिस ने सतेंद्र प्रताप सिंह नामक एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो चोरी के आईफोन और एंड्राइड फोन नेपाल में सप्लाई करता था। पुलिस ने उसके पास से 16 आईफोन समेत 42 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपी पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है और जेल जा चुका है। पुलिस इस मामले की आगे जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। चोरों और झपटमारों से आईफोन और एंड्राइड मोबाइल खरीदकर उन्हें मुनाफे के साथ नेपाल के रिसीवर को बेचने वाले कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ता सतेंद्र प्रताप सिंह को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने करोल बाग के बीडनपुरा गांव स्थित उसकी दुकान में छापा मार 16 आईफोन समेत 42 एंड्राइड फोन बरामद किए।
बरामद मोबाइल को आरोपित नेपाल में आपूर्ति करने की योजना बना रहा था। इसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर में हुई चोरी की चार वारदातों को सुलझा लिया है। इसके खिलाफ मोबाइल चोरी, घर में चोरी, झपटमारी और लूटपाट के पहले के 10 मामले दर्ज हैं।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक सतेंद्र प्रताप सिंह, महरोली में रह रहा था। वह पहले छतरपुर एक्सटेंशन में रहता था। वह मूलरूप से लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। 1999 में वह दिल्ली आ गया था। 1997 से 2000 तक उसने पंजाबी बाग में एक पीसीओ पर काम किया। उसके बाद, वह पुराने फोन और मोबाइल एक्सेसरीज बेचने वाली दुकानों में काम करते रहे।
2017 में उसने आसानी से पैसा कमाने की चाहत में अपराधियों से मोबाइल फोन खरीदना शुरू कर दिया। जिसके बाद उसे चोरी, घर में चोरी और मोबाइल फोन की लूट सहित 10 आपराधिक मामलों में गिरफ्तार किया गया।
उसके घर से सैकड़ों मोबाइल फोन, लैपटाप बरामद किए गए। तिहाड़ जेल में रहने के दौरान उसकी दोस्ती अन्य अपराधियों से हुई। तीन महीने जेल में बिताने के बाद, उसने करोल बाग से मोबाइल एक्सेसरीज की आपूर्ति शुरू कर दी और जूते, ब्लूटूथ, घड़ियां और इलेक्ट्रिक उपकरण आदि की पहली प्रति आनलाइन बेचना शुरू कर दिया। वह चोरी, झपटमारी के मोबाइल खरीदने लगा।
हाल के दिनों में दिल्ली में चोरी के मोबाइल फोन के मामलों में वृद्धि देखी गई, जिससे नागरिकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों में चिंता पैदा हो गई है। इस प्रवृत्ति का संज्ञान लेते हुए क्राइम ब्रांच को चोरी के मोबाइल फोन की चोरी और अवैध व्यापार में शामिल संगठित गिरोहों की जांच और उनपर नकेल कसने का काम सौंपा गया था।
जांच से पता चला कि चोरी के मोबाइल फोन दिल्ली से तस्करी करके नेपाल सहित पड़ोसी देशों में ले जाए जाते हैं, जहां उन्हें ग्रे मार्केट में बेचा जाता है। इस रैकेट से न केवल नागरिकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का भी बड़ा खतरा रहता है।
19 जुलाई को एसआई अमित कुमार को सूचना मिली कि नेपाल में चोरी के मोबाइल फोन का कुख्यात रिसीवर और सप्लायर सतेंद्र प्रताप सिंह उर्फ सुरजीत, करोल बाग के बीड़नपुरा गांव स्थित अपनी दुकान में चोरी के मोबाइल फोन खरीद रहा है।
एसीपी अजय कुमार व इंस्पेक्टर संजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपित को गिरफ्तार कर उसकी दुकान से 16 आईफोन और अन्य एंड्राइड फोन सहित 42 चोरी के मोबाइल फोन बरामद किए।
बरामद मोबाइल फोनों का आइएमईआइ के माध्यम से सत्यापन किया जा रहा है और आगे की जांच जारी है। गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने तथा चोरी के मोबाइल फोन के अवैध व्यापार को रोकने के लिए आगे की जांच जारी है।
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