Delhi में स्पेशल सेल का बड़ा एक्शन, गैंगस्टर कपिल सांगवान का शॉर्पशूटर गिरफ्तार; हरिद्वार में किया था मर्डर
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कपिल सांगवान गिरोह के एक शॉर्पशूटर को नरेला से गिरफ्तार किया है। इस शॉर्पशूटर ने हरिद्वार में एक व्यवसायी की हत्या की थी जो मंजीत महल गिरोह के सदस्य का रिश्तेदार था। आरोपी समी खान वारदात के बाद नेपाल भाग गया था। पुलिस ने उसके पास से हथियार भी बरामद किए हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। गैंगवार में हरिद्वार में व्यवसायी की गोली मारकर हत्या करने वाले कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग के शॉर्पशूटर को स्पेशल सेल की टीम ने नरेला से गिरफ्तार किया है।
मृतक की प्रतिद्वंद्वी मंजीत महल गैंग के प्रमुख सदस्य का चचेरा भाई होने के कारण निशाना बनाकर हत्या की गई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद से आरोपित फरार था और नेपाल भाग गया था। आरोपित की पहचान पंजाब फगवाड़ा के समी खान उर्फ सनी के रूप में हुई है, जिसके कब्जे से एक पिस्टल और तीन कारतूस बरामद किए गए हैं।
उपायुक्त अमित कौशिक के मुताबिक, दो जून को सुखी नदी, खड़खड़ी, हरिद्वार के पास एक होटल व्यवसायी पर गोलीबारी की घटना थाना कोतवाली, हरिद्वार में दर्ज की गई थी। इसके पीछे गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू का नाम सामने आया, जिसने अपने शूटरों को प्रतिद्वंद्वी मंजीत महल गिरोह के एक प्रमुख सदस्य का करीबी रिश्तेदार होने के कारण सांपला, रोहतक के अरुण उर्फ सुखा को खत्म करने के लिए भेजा था। कपिल सांगवान और मंजीत महल के बीच दिल्ली में गैंगवार का लंबा इतिहास रहा है।
वहीं, दिसंबर 2016 में, मंजीत महल ने कपिल सांगवान के साले सुनील उर्फ डाक्टर की हत्या कर दी थी, जिससे गैंगवार बढ़ी और नतीजतन नजफगढ़ और दिल्ली-एनसीआर के आस-पास के इलाकों में दो गिरोहों के बीच संघर्ष में एक दर्जन से अधिक लोगों की जान चली गई। फिलहाल, मंजीत महल दिल्ली जेल में है, जबकि कपिल सांगवान विदेश से अपनी गतिविधियां चला रहा है।
वहीं, जांच के दौरान स्पेशल सेल की टीम ने बाहरी दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड में स्रोतों को तैनात किया, जिससे पता चला कि हरियाणा और दिल्ली में व्यवसायी की हत्या करने के लिए नंदू द्वारा पंजाब के शूटरों का इस्तेमाल किया गया था। गुप्त जानकारी के आधार पर इंस्पेक्टर अनुज नौटियाल और इंस्पेक्टर चंदन कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने 30 जून को नरेला से समी खान को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने दोस्त हिमांशु के माध्यम से गैंगस्टर कपिल सांगवान के संपर्क में आया था। कपिल सांगवान ने उन्हें गिरोह में शामिल करने से पहले प्रतिद्वंद्वी मंजीत महल गिरोह के सदस्य के एक रिश्तेदार को खत्म करने का आदेश दिया। जिस पर समी खान और हिमांशु ने वारदात को अंजाम देने के लिए पंजाब के तीन और युवाओं को शामिल किया और दो जून को खरखरी के पास एक होटल के पास अरुण की गोली मारकर हत्या कर दी।
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