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    अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी कहने को सिख नेताओं ने बताया साजिश, जांच की मांग

    By Prateek KumarEdited By:
    Updated: Mon, 05 Sep 2022 09:13 PM (IST)

    भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ संसद मार्ग थाना में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इंटरनेट मीडिया पर अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी बताने की कोशिश पाकिस्तान से आइएसआइ के इशारे पर हुई।

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    मोहम्मद जुबैर के खिलाफ पुलिस से शिकायत, जांच की मांग।

    नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। एशिया कप के भारत व पाकिस्तान के बीच मुकाबले में अर्शदीप सिंह से कैच  छूटने पर उन्हें इंटरनेट मीडिया पर खालिस्तानी कहे जाने का सिखों ने विरोध किया है। सिख नेताओं ने कहा कि भारत व सिखों को बदनाम करने की यह सुनियोजित साजिश है। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ संसद मार्ग थाना में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

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    भारत व सिखों को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान से षड़यंत्र

    उनका कहना है कि इंटरनेट मीडिया पर अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी बताने की कोशिश पाकिस्तान से आइएसआइ के इशारे पर हुई। वहां से इस तरह के ट्वीट किए गए। भारत को बदनाम करने और सिखों के खिलाफ नफरत फैलाने वाले अभियान को बढ़ावा देने के लिए यह जानबूझकर किया गया है।

    एजेंडा बना कर किया ट्रोल

    देश में सांप्रदायिक द्वेष फैलाने की साजिश है। मोहम्मद जुबैर ने पाकिस्तानी एजेंसियों के साथ मिलकर यह काम किया है। उसने फेक ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट को आगे बढ़ाकर यह बताने की कोशिश की कि भारत में अर्शदीप का विरोध हो रहा है। इस तरह से पाकिस्तान में यह एजेंडा बना जिसके बाद उसे ट्रोल किया गया। दिल्ली पुलिस को इसकी जांच कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

    दबाव में किसी से भी हो सकती है गलती

    दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा कि भारत अर्शदीप सिंह के साथ मजबूती से खड़ा है। डीएसजीएमसी पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कहा कि कैच छूटने पर अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी कहना गलत है। दबाव में किसी भी खिलाड़ी से ऐसी गलती हो सकती है। कभी किसी की राष्ट्रीयता पर तंज नहीं कसना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिखों को बदनाम करने वालों को गुरतेज सिंह के बलिदान को देखना चाहिए। लगभग दो वर्ष पहले गलवान घाटी में उन्होंने धोखे से हमला करने वाले चीन के 12 सैनिकों को अपनी तलवार से मार गिराया था।