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Shraddha Murder Case: भाजपा नेताओं ने श्रद्धा की हत्या को बताया लव जिहाद, बोले पूरे देश में चल रहा है मिशन

Shraddha Murder Case केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पूरे देश में लव जिहाद का मिशन चल रहा है। हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ जोड़ना और फिर उन्हें प्रताड़ित करना या उनकी हत्या हत्या कर देना दुर्भाग्यपूर्ण है।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep Kumar ChauhanPublished: Tue, 15 Nov 2022 10:28 PM (IST)Updated: Tue, 15 Nov 2022 10:28 PM (IST)
Shraddha Murder Case: भाजपा नेताओं ने श्रद्धा की हत्या को बताया लव जिहाद, बोले पूरे देश में चल रहा है मिशन
Shraddha Murder Case: श्रद्धा की हत्या पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। श्रद्धा की हत्या पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। भाजपा नेताओं ने इसे लव जिहाद से जोड़ दिया है। उन्होंने इस विषय को गंभीरता से लेने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पूरे देश में लव जिहाद का मिशन चल रहा है। हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ जोड़ना और फिर उन्हें प्रताड़ित करना या उनकी हत्या हत्या कर देना दुर्भाग्यपूर्ण है।

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मामले काे गंभीरता से लिया जाना चाहिए

उन्होंने कहा कि श्रद्धा के स्वजन बोल रहे हैं कि वह लिव इन रिलेशन में नहीं वैवाहिक संबंध में रह रही थी। पश्चिमी दिल्ली के सासंद प्रवेश वर्मा ने कहा कि यह हत्या लव जिहाद के तहत की गई है। पूरे देश में लव जिहाद की साजिश रची जा रही है। इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। यह बेटियों की सुरक्षा का सवाल है।

लव जिहाद पर पूरे देश में खुलकर चर्चा करने की जरूरत

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि अब लव जिहाद पर देश में चर्चा होनी चाहिए। कहा कि दुमका की अंकिता और फरीदाबाद नीकिता ने संबंध रखने से मना किया तो हत्या कर दी गई। मुंबई की श्रद्धा ने संबंध रखा तो दिल्ली लाकर उसकी हत्या कर दी गई। इससे स्पष्ट है कि बेटियां हां कहें या ना परिणाम एक ही है, इसलिए अब लव जिहाद पर पूरे देश में खुलकर चर्चा और संवाद होना चाहिए। 

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हत्या से जुड़ा मामला कानूनी तौर पर बेहद जटिल

कानूनी विशेषज्ञों की मानें तो लिव इन पार्टनर की हत्या से जुड़ा मामला कानूनी तौर पर बेहद जटिल होता है। ऐसे मामले, जिनमें कोई प्रत्यक्षदर्शी गवाह भी न हो और हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद न हुआ हो। इसके बावजूद आरोप साबित होना संभव है। कानून में कई ऐसे उदाहरण है जहां गवाह और हथियार न होने के बावजूद आरोपितों को दोषी ठहराया गया और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाई गई है।


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