श्रद्धा मर्डर केस का एक साल: हैवानियत और बर्बरता की इंतहा, हत्या के बाद आरी से 35 टुकड़े, अब तक क्या-क्या हुआ
जानें एक साल पहले आज ही के दिन आफताब ने किस बर्बरता से श्रद्धा का मर्डर किया और फिर कैसे उसने श्रद्धा के टुकड़े-टुकड़े किए और उन टुकड़ों को 20 दिन तक फ्रिज में रखा और धीरे-धीरे दिल्ली के जंगलों में फेंका।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली ही नहीं पूरे देश की मीडिया में छा जाने वाले श्रद्धा मर्डर केस को आज पूरे एक साल हो गए हैं। आज यानी 18 मई के दिन ही आफताब अमीन पूनावाला ने अपनी लिव-इव पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या की थी। इसी साल 9 मई को ही आफताब के खिलाफ कोर्ट ने हत्या के आरोप तय करते हुए हत्या का मुकदमा चलाने का आदेश दिया है।
जानें एक साल पहले आज ही के दिन आफताब ने किस बर्बरता से श्रद्धा का मर्डर किया और फिर कैसे उसने श्रद्धा के टुकड़े-टुकड़े किए और उन टुकड़ों को 20 दिन तक फ्रिज में रखा और धीरे-धीरे दिल्ली के जंगलों में फेंका।
श्रद्धा केस में कब क्या हुआ
2019- आफताब अमीन पूनावाला और श्रद्धा वालकर 2019 में एक डेटिंग एप पर मिले। आफताब का दावा है कि वो दोनों उसी साल से लिव इन में रहने लगे थे। श्रद्धा के परिवार के मुताबिक दोनों मुंबई के एक कॉल सेंटर में भी साथ काम करते थे।
फरवरी 2022- श्रद्धा ने दोनों की एक फोटो सोशल मीडिया पर डाली और कैप्शन लिखा, 'हैप्पी डेज'।
अप्रैल-मई 2022- दोनों अप्रैल और मई के महीने में हिमाचल गए और वहां से दिल्ली चले गए। 15 मई को दोनों दिल्ली के छतरपुर के एक घर में रहने लगे।
मई 2022- श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण के अनुसार दिल्ली आकर दोनों के झगड़े बहुत बढ़ गए। एक बार तो श्रद्धा को घर से निकालना पड़ा क्योंकि उसे डर था कि आफताब उस रात उसकी हत्या कर देता।
11 मई 2022- श्रद्धा ने अपने सोशल मीडिया पर आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट अपलोड की जिसमें उसके ऋषिकेश ट्रिप की तस्वीरें थीं। उसमें उसने कैप्शन लिखा था 'एक्सप्लोरिंग मोर एंड मोर एवरी पासिंग डे' यानी हर गुजरते दिन के साथ कुछ नया तलाश रही हूं।
18 मई 2022- श्रद्धा और आफताब की शादी को लेकर बहुत बहस हुई। श्रद्धा आफताब पर शादी करने के लिए दबाव डाल रही थी। गुस्से में आफताब ने श्रद्धा का गला दबा दिया।
20 मई 2022- कत्ल के दो दिन बाद आफताब एख 300 लीटर वाला फ्रीज लेकर आया कर ताकि वह श्रद्धा के शव के कटे टुकड़ों को उसमें रख सके। इसके बाद अगले 16 दिनों तक आफताब रोज देर रात घर से निकलता था और महरौली के जंगलों में शव के टुकड़े फेंक आता था। उसने घर में अगरबत्ती जलाकर रखी ताकि घर से शव की बदबू न आए। यही नहीं आफताब ने घर से खून साफ करने के लिए केमिकल का उपयोग किया जो उसने गूगल पर सर्च किया था।
जून 2022- 9 जून तक आफताब श्रद्धा के सोशल मीडिया अकाउंट को चलाता रहा और उसके दोस्तों से बात करता रहा ताकि किसी को कोई शक न हो।
अगस्त 2022- श्रद्धा का दोस्त लक्ष्मण जब दो महीने तक श्रद्धा से कोई संपर्क नहीं कर सका और उसका फोन लगातार स्विच ऑफ आता रहा तो उसके भाई के पास पहुंचा।
अगस्त 2022- श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया और मानिकपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
नवंबर 2022- नवंबर में यह केस दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। 8 नवंबर को विकास मदान ने महरौली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 365 के तहत किडनैपिंग का केस दर्ज किया।
नवंबर 2022- टेक्निकल सर्विलांस की मंदद से पुलिस की तलाश आफताब पर आ टिकी और फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में जब आफताब को पूछताछ के लिए बुलाया जाता था तो वह कहता था कि श्रद्धा ने उसे मई 2022 में एक झगड़े के बाद ही छोड़ दिया था। उसके बाद वो कहां गई उसे नहीं पता।
14 नवंबर 2022- आफताब ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इसके बाद से ही पुलिस ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को तलाशने का काम शुरू किया और कुछ मानव हड्डियां तलाशने में कामयाबी हासिल की। 14 नवंबर को उसकी गिरफ्तारी हुई।
9 मई- 9 मई 2023 को आफताब पर हत्या का आरोप तय किया गया है। उसके खिलाफ अब हत्या का मुकदमा चलेगा।
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