Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    School Reopen: दिल्ली में खुले 10वीं से 12वीं तक स्कूल, यहां पढ़िये- पूरी गाइडलाइन

    By Jp YadavEdited By:
    Updated: Tue, 17 Aug 2021 11:41 AM (IST)

    School Reopen स्कूलों में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। छात्र कक्षाओं में शारीरिक दूरी बनाकर ब ...और पढ़ें

    Hero Image
    School Reopen: दिल्ली में खुले 12वीं तक स्कूल, यहां पढ़िये- पूरी गाइडलाइन

    नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। देश की राजधानी दिल्ली में 10वीं से 12वीं तक के स्कूल खुलने के बाद एक बार फिर से विद्यार्थियों की चहल-कदमी देखने को मिल रही है। स्कूलों में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। छात्र कक्षाओं में शारीरिक दूरी बनाकर बैठ रहे हैं। वहीं, स्कूल में उन्हें हर समय मास्क लगाना भी अनिवार्य है। इसके साथ ही छात्रों की सुरक्षा के लिए जगह-जगह सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। हालांकि, स्कूलों में विद्यार्थी केवल प्रायोगिक विषयों की तैयारी और परामर्श लेने ही आ रहे हैं। अन्य कक्षाएं स्कूल आनलाइन माध्यम से ही संचालित कर रहे हैं। निजी स्कूलों की प्रधानाचार्यों के मुताबिक स्कूल आने के लिए अभिभावक से लिखित अनुमति अनिवार्य है, लेकिन अभी भी बहुत से अभिभावक छात्रों को अनुमित नहीं दे रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि प्रायोगिक विषयों को समझने के लिए प्रयोग कर के देखने से विषय बेहतर समझ आता है। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें स्कूल भेजे ताकि उनकी किसी विषय में कोई समस्या हो तो वो दूर हो।

    रोहिणी स्थित माउंट आबू स्कूल की प्रधानाचार्या ज्योति अरोड़ा ने बताया कि अभी केवल 40 फीसद छात्र-छात्राएं ही स्कूल आ रहे हैं। स्कूल में शिक्षक आनलाइन माध्यम से सुबह से लेकर दोपहर 12:20 बजे तक पढ़ाते हैं। इसके बाद दो घंटे की प्रायोगिक कक्षा होती है। प्रयोगशाला में एक बार में केवल 12-13 विद्यार्थी ही बैठ रहे हैं।

    उल्लेखनीय है कि स्कूलों में आफलाइन कक्षाएं अभी भी संचालित नहीं होंगी। स्कूलों को पहले की तरह ही आनलाइन कक्षाएं संचालित करनी होंगी। हालांकि, छात्र स्कूलों में केवल दाखिला, परामर्श लेने, बोर्ड परीक्षा की प्रायोगिक परीक्षाओं और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए जा सकते हैं।

    गय्यूर अहमद (प्रधानाचार्य, सर्वोदय बाल विद्यालय नंबर 1 उर्दू माध्यम, जामा मस्जिद) के मुताबिक, स्कूल में विद्यार्थी प्रायोगिक विषयों को समझने आ रहे हैं। स्कूल में विद्यार्थियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। हर एक विद्यार्थी को परामर्श भी दिया जा रहा है।  

    मुकेश (शिक्षक, आरपीवीवी, करोल बाग) का कहना है कि अभी सभी शिक्षकों को कोरोना का टीका नहीं लगा है। इसलिए फिलहाल स्कूल को विद्यार्थियों के लिए नहीं खोला गया है। इस सप्ताह सभी शिक्षकों का टीकाकरण हो जाएगा। उसके बाद विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल को खोल दिया जाएगा।