पंजाब में जन्म...गुजरात में पढ़ाई, दिल्ली पुलिस के कई अहम पदों पर रह चुके हैं नए कमिश्नर सतीश गोलचा
दिल्ली पुलिस को नया आयुक्त मिल गया है। एजीएमयूटी काडर के 1992 बैच के आइपीएस अधिकारी सतीश गोलचा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। 30 वर्ष से अधिक का अनुभव रखने वाले गोलचा पहले भी दिल्ली पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने यूटी काडर के किसी आइपीएस अधिकारी को स्थायी चार्ज दिया है। इससे पहले एसएन श्रीवास्तव को यह प्रभार मिला था।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली।(Satish Golcha Delhi Police Commissioner) दिल्ली पुलिस आयुक्त बनाए गए एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) काडर के 1992 बैच के आइपीएस अधिकारी सतीश गोलचा अनुभवी आइपीएस अधिकारी माने जाते हैं। आइपीएस अधिकारी के रूप में 30 वर्ष से अधिक का अनुभव रखने वाले सतीश गोलचा दिल्ली पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस में वह विशेष पुलिस आयुक्त (इंटेलिजेंस) और विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) जोन दो रह चुके हैं। क्राइम ब्रांच और ईओडब्ल्यू का भी नेतृत्व किया। मूलतः पंजाब में फाजिल्का जिले के अबोहर निवासी गोलचा का परिवार पंजाब में जब आतंकवाद चरम पर था, उस समय सूरत चला गया था।
सूरत में रहते हुए गोलचा चार्टर्ड अकाउंटेंट और उसके बाद सिविल सेवा परीक्षा देकर आइपीएस बने। करीब छह साल बाद गृह मंत्रालय ने यूटी काडर के किसी आइपीएस अधिकारी को स्थायी चार्ज दिया है।
इनसे पहले 2020 में दिल्ली दंगे के दौरान गृह मंत्रालय ने यूटी काडर के 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस आयुक्त का लुकआफ्टर चार्ज दिया था, लेकिन कुछ माह बाद उन्हें स्थायी चार्ज दे दिया गया था।
उनकी सेवानिवृत्ति के बाद 1988 बैच के आइपीएस बालाजी श्रीवास्तव को आयुक्त का लुकआफ्टर चार्ज दिया गया था, लेकिन उन्हें 27 दिन बाद ही हटाकर गुजरात काडर के राकेश अस्थाना को स्थायी रूप से पुलिस आयुक्त बना दिया गया था।
एक साल बाद अस्थाना के सेवानिवृत्त होने पर तमिलनाडु काडर के संजय अरोड़ा को दिल्ली पुलिस का आयुक्त बनाया गया था। वह तीन साल आयुक्त पद पर रहे।
दिल्ली पुलिस के इतिहास में सबसे कम दिन सीपी रहे एसबीके सिंह पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा का कार्यकाल विगत 31 जुलाई को खत्म होने पर गृह मंत्रालय ने उसी दिन दिल्ली होमगार्ड के डीजी 1988 बैच के यूटी काडर के आइपीएस अधिकारी एसबीके सिंह को पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था।
पदभार संभालते ही उन्होंने स्थायी पुलिस आयुक्त के अंदाज में कामकाज भी शुरू कर दिया था, लेकिन महकमे में असमंजस की स्थिति यह थी कि एसबीके सिंह आयुक्त पद पर बने रहेंगे या नहीं।
दिल्ली पुलिस के इतिहास में एसबीके सिंह सबसे कम समय मात्र 22 दिन ही पुलिस आयुक्त पद पर रह पाए। अब वह केवल होमगार्ड के डीजी पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
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