Sangam Vihar vidhan sabha Chunav Result: संगम विहार सीट पर BJP का परचम, आप को हराया
Sangam Vihar vidhan sabha Seat दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों में से एक संगम विहार सीट (Sangam Vihar election Result) भी आती है। शनिवार को वोटों की जब गिनती हुई तो यहां से भाजपा ने जीत दर्ज की। बीजेपी के चंदन कुमार चौधरी ने आप के दिनेश मोहनिया को हराया। वहीं पर कांग्रेस के प्रत्याशी बड़े अंतर से हारे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Sangam Vihar vidhan sabha Election Result 2025: दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की संगम विहार विधानसभा सीट (Sangam Vihar Chunav result) पर वापसी की राह देख रही भाजपा और कांग्रेस में यहां से बीजेपी को सफलता मिली है। भाजपा के चंदन कुमार चौधरी ने आप के दिनेश मोहनिया को हराया। वही पर कांग्रेस के हर्ष चौधरी को सिर्फ 15863 वोट ही मिले।
संगम विहार दिल्ली ( Delhi vidhan sabha chunav Result) की 49वीं विधानसभा है। यह विधानसभा 2008 के परिसीमन (डीलिमिटेशन) के बाद अस्तित्व में आई थी। संगम विहार सीट दक्षिण दिल्ली लोकसभा का हिस्सा है।

संगम विहार से AAP ने दिनेश मोहनिया को उम्मीदवार उतारा था तो वहीं पर भाजपा ने चंदन कुमार चौधरी पर भरोसा जताया था। कांग्रेस की बात करें तो हर्ष चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा था।
विधानसभा क्षेत्र से पूर्व जन प्रतिनिधि
2008 डॉ. शिव चरण लाल गुप्ता
2013 दिनेश मोहनिया- आप
2015 दिनेश मोहनिया- आप
2020 दिनेश मोहनिया- आप
2025 में मैदान में प्रत्याशी
आप- दिनेश मोहनिया
भाजपा- चंदन कुमार चौधरी
कांग्रेस- हर्ष चौधरी
संगम विहार सीट को जानें
दिल्ली राज्य के 70 विधानसभा क्षेत्रों में संगम विहार क्षेत्र भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। दक्षिण दिल्ली जिले का हिस्सा होने के साथ ही यह सीट इसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में भी शामिल है। 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में संगम विहार विधानसभा सीट का गठन किया गया। चुनाव आयोग ने 2008 में यहां पहली बार विधानसभा चुनाव कराए।
तब यहां से भाजपा के एससीएल गुप्ता ने कांग्रेस आमोद कुमार कांत को करारी हार देते हुए विधायक बने। 2013 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया ने भाजपा प्रत्याशी को हराया और विधायक बने। 2015 के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया ने लगातार दूसरी जीत हासिल की।
2020 में दिनेश लगातार तीसरी बार विजयी रहे। दिल्ली का यह सीमांत इलाका बड़े पैमाने पर जंगलों से घिरा हुआ है। यह इलाका बिजवासन, अंबेडकर नगर, छतरपुर और कालकाजी से घिरा हुआ है।

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