साकेत कोर्ट में बवाल : दो अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने पर हड़ताल, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
दिल्ली के साकेत कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस ने वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस घटना के विरोध में वकीलों ने शनिवार को साकेत कोर्ट में हड़ताल का आह्वान किया है। हड़ताल के दौरान कोर्ट परिसर के बाहर सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। साकेत कोर्ट में बृहस्पतिवार को पुलिस और अधिवक्ताओ के बीच हुई झड़प के मामले में पुलिस ने अधिवक्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके विरोध में शनिवार को साकेत कोर्ट में हड़ताल है। इस दौरान कोर्ट परिसर के बाहर पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहीं, अदालती काम बंद होने से वहां जा रहे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
साकेत कोर्ट में क्यों हो रही हड़ताल?
इस हड़ताल का आह्वान साकेत बार एसोसिएशन द्वारा जारी एक सर्कुलर के माध्यम से किया गया। वकीलों के इस संगठन ने दिल्ली पुलिस पर भेदभावपूर्ण आचरण करने का आरोप लगाया है। एसबीए का तर्क है कि जब वकील आरोपी पक्ष होते हैं, तो पुलिस 'अतिसक्रिय' हो जाती है।
प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने में तेजी दिखाती है। वहीं, एसोसिएशन ने यह भी आरोप लगाया है कि जब वकील शिकायतकर्ता होते हैं तो पुलिस की कार्रवाई की रफ्तार धीमी हो जाती है। वह शिकायत के आध्रार पर जांच करने और त्वरित न्याय दिलाने के भी अनिच्छुक हो जाते हैं।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, साकेत बार एसोसिएशन (एसबीए) ने दिल्ली पुलिस द्वारा वकीलों के खिलाफ "पक्षपातपूर्ण और अवैध एफआईआर दर्ज करने" के विरोध में 19 जुलाई, 2025 को पूरी तरह से काम बंद रखने का आह्वान किया है। हड़ताल के दौरान वकील प्रत्यक्ष और आभासी, दोनों तरह की अदालती कार्यवाही से दूर रहेंगे। एसोसिएशन ने पुलिस पर वकीलों से जुड़ी शिकायतों के निपटारे में दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है।
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