दर्दनाक : डॉक्टर ने हाथ में जहरीला इंजेक्शन लगाकर खुद को मौत की नींद सुलाया
डीसीपी दक्षिणी-पूर्वी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि सुधांशु सिंह सफदरजंग अस्पताल में एनेस्थीसिया विभाग में पढ़ाई करने दौरान सुसाइड कर लिया है। ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जेएनएन। लाजपत नगर-1 के बी ब्लॉक में सफदरजंग अस्पताल के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर संदिग्ध हालात में मृत पाए गए। डीसीपी दक्षिणी-पूर्वी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मुगलसराय के रहने वाले 30 वर्षीय सुधांशु सिंह सफदरजंग अस्पताल में एनेस्थीसिया विभाग में एमडी की पढ़ाई कर रहे थे और वहीं जूनियर रजिडेंट डॉक्टर भी थे।
सुधांशु लाजपत नगर-1 के बी ब्लॉक में वह अपने दोस्त डॉ. रूद्र के साथ रहते थे। डॉ. रुद्र गोवा के रहने वाले हैं और 19 जुलाई को वह दिल्ली से गोवा स्थित घर गए थे। सोमवार रात करीब दो बजे वह गोवा से वापस लौटे और अपने कमरे में आकर सो गए।
मंगलवार सुबह करीब 8 बजे उनकी नींद खुली तो वह कमरे से बाहर आए। उन्होंने देखा कि डा. सुधांशु का कमरा बंद था और कमरे से गंध आ रही थी। डॉ. रुद्र ने मामले की जानकारी गुरुग्राम में रहने वाली डॉ. सुधांशु की बहन और पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही लाजपत नगर थाना पुलिस और डॉ. सुधांशु की बहन मौके पर आ गए। इसके बाद पुलिस ने डॉ. सुधांशु सिंह के कमरे का गेट तोड़ा, वहां वह मृत अवस्था में पड़े हुए थे, और एक हाथ में कैन्युला लगा हुआ था और शव के पास एक इंजेक्शन पड़ा मिला।
पुलिस के मुताबिक डॉ. सुधांशु ने कोई जहरीला या नशीला इंजेक्शन लिया होगा, जिसकी वजह से मौत हो सकती है। कमरे में काफी मात्र में दवाइयों के रैपर भी मिले हैं। पुलिस ने सभी रैपर जब्त कर जांच के लिए भेज दिए हैं।
पुलिस का कहना है कि उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वास्तविक वजह का पता चल सकेगा। इसके बाद ही आगे की जांच पड़ताल की जाएगी। फिलहाल कमरे को बंद कर दिया गया है। इधर सुधांशु के परिजन नशीला इंजेक्शन लिए जाने की बात को लेकर हतप्रभ है ।
शव मिलने के बाद पुलिस टीम सफदरजंग अस्पताल पहुंची। वहां पूछताछ में सामने आया कि डा. सुधांशु ने रविवार को छुट्टी ली थी। लेकिन वह सोमवार को भी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। इस पर अस्पताल प्रशासन की तरफ से उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन बंद था।

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